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पीडब्ल्यूडी विभाग मे हुआ टेंडर मैनेज,इस खेल मे कई ठेकेदार फेल, यदि हुई जांच तो कई अधिकारी जाएंगे जेल, एक्सईएन और एस0ई के डोंगल से कंप्यूटर ऑपरेटर ने रेट में किया परिवर्तन, खबर छपने के बाद मचा हड़कंप

कौशाम्बी। जिले मे कौशांबी वाइस अमरनाथ झा की खबर का हुआ असर, पीडब्ल्यूडी विभाग में भ्रष्टाचारियों में मची अफरा-तफरी ।================================

👉 टेंडर मैनेज के खेल में कई अधिकारी होंगे फेल, यदि शासन ने कराई जांच तो जाएंगे अधिकारी जेल । पत्र भेजकर विभागीय उच्च अधिकारियों एवं शासन में हुई शिकायत ।

👉 19 जनवरी तक थी टेंडर की अंतिम तिथि ,14 मार्च को खुलना था टेंडर ,बीच में आचार संहिता की वजह से टेंडर पर लगा था विराम ।

👉 अधीक्षण अभियंता और अधिशासी अभियंता ने टेंडर में किया गड़बड़ी, 12 मार्च को मैनेज टेंडरों के रेट को बढ़ाया । टेंडर डेट से पहले अपने चहेते ठेकेदारों के टेंडर के रेट में किया बदलाव ।

👉 10, 11 व 12 मार्च को किया गया खेल, अधीक्षण अभियंता और अधिशासी अभियंता के डिजिटल सिगचर (डोंगल) लगाकर चहेते ठेकेदारों के रेट में किया गया परिवर्तन ।

👉 कंप्यूटर ऑपरेटर संदीप मिश्रा ने किया यह खेल, यदि शासन ने लिया संज्ञान तो अधीक्षण अभियन्त और अधिशासी अभियंता सहित कई लोग जाएंगे जेल । खबर चलनेेे के बा विभाग में मचा हड़कंप, टेंडर को कैंसिल करने की हो रही कवायद ।

जिले में कई वर्षों से तैनात अंडर ट्रांसफर ए0ई शुभेंदु सिंह एवं प्रयागराज में अटैच प्रीति पटेल कि भ्रष्टाचार में लिप्त होने की है चर्चा, आखिर कब होगी इनकी आय से अधिक बेनामी संपत्ति एवं अवैध काले कारनामों की जांच …..

कौशांबी जनपद में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों का भ्रष्टाचार थमने का नाम नहीं ले रहा है । बता दे यहां के अधिकारी दो-तीन वर्षों में कई अरब का घोटाला करके दिन दूना रात चौगुना मालामाल हो गए और इनके पास तमाम अकूत बेनामी एवं आय से अधिक संपत्ति की भरमार है । जिले में रहे विभागीय मंत्री के रहमो करम पर तमाम उनके चहेते और अधिकारी इस विभाग को जमकर लूटा है ।

बता दें कि जिले के अधिशासी अभियंता और अधीक्षण अभियंता ने इस वर्ष 2022 मे हुए 19 जनवरी के टेंडर की अंतिम तिथि में कई मैनेज टेंडर डाले गए हैं । आचार संहिता के कारण यह रोक दिए गए थे। टेंडर 14 मार्च को खुलने थे लेकिन 12 मार्च को ही चहेते ठेकेदारों के टेंडरो के रेट कंप्यूटर की साइट को खोलकर प्रहरी ऐप में अधिशासी अभियंता और अधीक्षण अभियंता के डिजिटल सिग्नेचर के डोंगल लगाकर परिवर्तन कर दिया गया है । जो टेंडर कैंसिल हुआ है वह लगभग 15 टेंडर है, इनमें कुछ रेट बदलने वाले हैं और कुछ सही है । पीडब्ल्यूडी विभाग के भ्रष्टाचार की खबर 1 दिन पहले अमरनाथ झा द्वारा कौशांबी वॉइस में खबर लिखने के बाद विभागीय भ्रष्टाचारियों में हड़कंप मच गया है । जिले में कई वर्षों से तैनात अंडर ट्रांसफर शुभेंदु सिंह एवं इनके कई अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है ।

बता दे दस, ग्यारह ,बारह मार्च को इन भ्रष्टाचारी अधिकारियों के द्वारा डिजिटल सिग्नेचर कंप्यूटर ऑपरेटर संदीप मिश्रा द्वारा मिलकर खेल किया गया है । इनमे टेंडर खोलने की 2 दिन पहले ही खेला कर दिया गया है । लोगों को गुमराह करने के लिए 20 मार्च को रविवार को छुट्टी के दिन सभी निविदाओं के रेट खोलकर सार्वजनिक तौर पर फारमेलटी कर लोगों के सामने गुमराह किया गया है ।

बता दें कि कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा प्रहरी एप पर एवं एनआईसी पर टेंडर डालने के समय को एक – दो घंटा अंतराल करके गड़बड़ी किया जाता है लेकिन यह लोगों को नहीं पता चल पाता है । यह टेंडर मैनेज का सिलसिला कई वर्षों से कौशांबी जनपद में धड़ल्ले से चल रहा है । बता दें कि मैंनेज टेंडर में हिमाचल का पुरवा जो कौशांबी ब्लाक के अंतर्गत तथा आर्का से धनपरा मार्ग यह भी कौशांबी ब्लाक अंतर्गत है तथा बसुहार लिंक रोड सीसी रोड एवं रेही से बरेठी सीसी रोड निर्माण जो नेवादा ब्लाक अंतर्गत आती है , यह सब चहेते ठेकेदारों के टेंडर को अधिकारियों द्वारा मैनेज किया गया है । इन अधिकारियों द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार की शिकायत कई बार लोगों ने शासन में भी किया है लेकिन फिर भी अधिकारियों की मनमानी कार्य प्रणाली पर रोक नहीं लगी है।

यदि शासन ने टेंडर मे किए गए बदलाव की गहनता से जांच कराई शुभेंदु सिंह सहित अधिशासी अभियंता एवं अधीक्षण अभियंता आदि अधिकारियों का जेल जाना तय है। अब देखना है कि इस भ्रष्टाचार में लिप्त इन अधिकारियों के काले कारनामों की जांच शासन द्वारा कराई जाएगी या फिर अंधेर नगरी चौपट राजा की तरह यह मामला भी फाइलों में दब के रह जाएगा यह तो जांच का विषय है ।

अमरनाथ झा- पत्रकार ‘  मो0 – 8318977396

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