चेन्नई में हुआ रेलवे का त्रीवार्षिक अधिवेशन ,मुख्य अतिथि रहे रेल मंत्री, कानपुर एवं अन्य जगहों से कई रेलवे संगठन अधिवेशन मे हुए सामिल
👉 केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नहीं होगा रेलवे का निजीकरण । कानपुुुर के कर्मचारियों ने लिया बढचढकर हिस्सा ।
👉 चेन्नई मे त्रैवार्षिक अधिवेशन के दौरान सामिल हुए रेलमंत्री । रेल मंत्री के सामने कर्मचारियों ने उठाए कई मुद्दे ।
कानपुर / चेन्नई । रेलवे का त्रैवार्षिक अधिवेशन चेन्नई में चल रहा है जिसमें कानपुर के तमाम कर्मचारी सामिल हुए । कानपुर से चेन्नई गये उतर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि भारतीय रेलवे मजदूर संघ का त्रैवार्षिक अधिवेशन चेन्नई में चल रहा है । जिसमें मुख्य अतिथि रेल मंत्री, भारत सरकार अश्विनी वैश्नव ने अपने संबोधन में स्पष्ट शब्दों में कहा कि रेलवे का निजीकरण नहीं किया जाएगा और ना ही ऐसा कोई विचार चल रहा है ।
रेलवे के आधुनिकीकरण के लिए नये नये टेक्नोलॉजी को रेलवे में स्थान दिया जा रहा है । रेलवे का निजीकरण नही करने की बात रेल मंत्री ने अपने संबोधन में कई बार दोहराया और कहा विपक्ष और विरोधी विचारधारा के लोग केवल सरकार पर निराधार आरोप लगाते रहते हैं । इस पर ध्यान ना देते हुए सरकार नित प्रतिदिन रेलवे के विकास और यात्रीयों के सुविधा के लिए अपने कर्मचारियों के साथ मिलकर कार्य कर रही है।
कीमैन/ट्रैकमैन और लोको पायलट की समर्पित ड्यूटी का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि प्रत्येक विभाग के रेलवे कर्मचारी के समर्पण भाव को नमन किया । रोजगार के मुद्दे पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि जब से वर्तमान सरकार सत्ता में आई है तब से केवल रेलवे के अंदर साढ़े तीन लाख नौकरियां दी जा चुकी है एवं रिक्त पदों को भरने पर काम हो रहा है। भारतीय रेलवे मजदूर संघ को अपना परिवार बताते हुए कहा कि आप जब कभी अपनी समस्याओं को लेकर आयेंगे हम गंभीरता से विचार करेंगे क्योंकि आप राष्ट्रहित को सर्वोपरि मानते हुए रेल हित और कर्मचारी हित में बिना मान्यता के कार्य कर रहे हैं।
भारतीय रेलवे मजदूर संघ के केंद्रीय अध्यक्ष अरविन्द कुमार सिंह ने कानपुर में बिते दिनों ट्रैकमैन के द्वारा आत्महत्या का मुद्दा उठाते हुए कर्मचारियों का अधिकारीयों द्वारा शोषण का मुद्दा रेलमंत्री के सामने उठाया है । अधिवेशन में कानपुर से पूर्व महामंत्री आई0पी0एस चौहान, पूर्व कोषाध्यक्ष ओ0पी मिश्रा, उपाध्यक्ष एम0के झा, कोषाध्यक्ष कुन्दन सिंह वीरू, हेमंत विश्वकर्मा, राम सिंह, सूर्यकांत शर्मा, बंशी बदन झा, हरि बल्लभ दिक्षित, मोहित सिंह, प्रभात कुमार, राकेश वर्मा आदि पदाधिकारी सम्मिलित हुए।
रिपोर्ट – अमरनाथ झा