झूठा और तिकड़मबाज विधायक रचता है नए-नए ड्रामा, भू-माफिया विधायक के चेहरे पर दिखने लगा कानून का डर, 5-साल मे खड़ा किया अरबों का सम्राज्य- कब होगी जांच, सरकारी जमीन चारागाह-तालाब व अन्य पर किया है कब्जा
कौशाम्बी ,उत्तर प्रदेश ।
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के संरक्षण में खेल रहा है चायल विधायक संजय गुप्ता, कब होगी विधायक के चंगुल से मुक्त सरकारी जमीन ।==================================👉 सत्ता का नशा उतारने के बाद होगी जमीनी कार्यवाही , लोगों में इस बात की हो रही है चर्चा ।
👉 सरकारी जमीन चारागाह, हडवारी और पुरानी रोड एवं कई दलितों की जमीन पर किया है कब्जा , जांच में खुलेगा भू माफिया विधायक का काले कारनामों का राज ।
👉 कटवा दिए गए हैं लगभग आधा दर्जन जमीन पर लगे दलितो के हरे विशाल पेड़ । लगभग 5-6 वीघा विधायक एवं उसकेे परिजनों के नाम है जमीन लेकिन 30 बीघा में है फैलाा है सम्राज्य..
👉 अनुसूचित जाति के व्यक्तियों की जमीन जबरन कब्जा करने के लिए पाल रखा है एक एस0सी व्यक्ति, उसके नाम कराता है जमीन रजिस्ट्री फिर परमिशन लेकर करता है जमीन ट्रांसफर…
👉 यदि सूत्रों की मानें तो कई दर्जन रजिस्ट्री भू-माफिया विधायक और उनके परिजनों और सहयोगियों के नाम है जमीन हुई है दर्ज…..
👉 फिलहाल इन सभी मामलों पर हुई जांच तो कई राज से उठेगा पर्दा ,खबर से तिल मिलाया विधायक पत्रकार पर लगा रहा है आरोप-प्रत्यारोप ।
कौशाम्बी । जिले मे चायल विधायक संजय गुप्ता ने 5 साल के अंदर खड़ा किया अरबों का सम्राज्य, आखिर कब होगी इसकी आय से अधिक और बेनामी संपत्ति की जांच । 10 वर्षों के अंदर विधायक ने ऐसा कौन सा पैसे का पेड़ लगा लिया जो बन गया अरबपति, पूछती है जिले की जनता , विधायक से इस फार्मूले का जवाब ।
बता दे कि चायल विधायक ने अपने विद्यालय के पास कब्जा किया है 24 बीघा से ज्यादा सरकारी और कई बीघा अन्य दलितों व गरीबों की जबरन जमीन कब्जा किया है । उनको डरा धमका के जबरन रजिस्ट्री कराया है। सत्ता पलटने के बाद भू-माफिया विधायक पर क्या होगी कार्रवाई या चलेगा कानून का हंटर , या फिर सरकारी जमीन पर बने अवैध बिल्डिंग पर क्या गरजेगा बुलडोजर यह एक बड़ा सवाल है । विधायक को अब सताने लगा है अपने काले कारनामों से बचने का डर क्योंकि चेहरे पर दिखने लगा है अब कानून का खौफ और उड़ने लगी है विधायक के चेहरे पर हवाइयां । लोगों में यह सब चर्चा का विषय बना हुुुआ है ।
विधायक संजय गुप्ता के चल रहे विद्यालय में भी है कई खामियां है यदि जांच हुई तो इस मामले में भी कार्रवाई होना तय है । क्योंकि स्कूल की बिल्डिंग सरकारी मानक को पूरा नहीं कर रहे हैं और एनओसी फायर ब्रिगेड आदि चीजों से प्राप्त नहीं हुई है । यहां तक कि लाखों केवी के बिजली की तार स्कूल के बगल से गई है ,कैसे यहां विद्यालय बनाने का परमीशन मिल गया यह भी जांच का विषय है । इसने सरकार से भी अपनी जमीनी को धारा 143 करा कर 7 गुना पैसा लिया गया जो चर्चा्चा्चा में है तथा ऐसे तमाम सुर्खियों में विधायक के कई कारनामे है…..
सूत्रों की माने तो दूसरों पर झूठे मुकदमे लिखाने वाले विधायक पर भी लिखा जाएगा मुकदमा क्योंकि बहुत से लोग हैं जो विधायक के काले कारनामे और भ्रष्टाचार , से गरीब ,दलित एवं पीड़ित परेशान है जो वक्त का इंतजार कर रहा है ।
कानून की मार से तो आजम, अतीक जैसे लोगों की दुर्गति हो चुकी है तो भौकाली विधायक का क्या अंजाम होगा यह तो वक्त बताएगा । विधायक के बहुत से काले कारनामो की खुलेगी प्याज के छिलके की तरह परत दर परत पोल , और संजय गुप्ता का विधायकी का नशा हिरन हो जाएगा । क्योंकि कानून करेगा अपना काम और विधायक का घमंड हो जाएगा धड़ाम । जिले के लोगों के बीच इन सभी बातों को लेकर- चर्चाओं का बाजार गर्म है ।
फिलहाल बता दें कि डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य संरक्षण मेंं चायल विधायक संजय गुप्ता ने अरबों की संपत्ति आय से अधिक और बेनामी संपत्ति अर्जित की है । अब जिले की जनता ने इनकी आय से अधिक और अरबों की संपत्ति की लोकायुक्त से जांच कराने की मांग करना शुरू कर दिया है । विधायक संजय गुप्ता ने परसरा चौराहा पर अपने विद्यालय कैंपस में 25 बीघे से ज्यादा सरकारी और अन्य गरीबों की जबरन जमीने कब्जा कर रखी है । आराजी नंबर 117 जो 17 बीघा 17 बिसुवा का चारागाह है और बगल मे अ0नं0 89 हडवारी 1 बीघा,अ0नं0 125 ढाई बीघा ग्राम सभा ,127.नं0 -तालाब , पीडब्ल्यूडी की पुरानी सड़क ,तथा कई गरीबों की जमीन जबरन दबाव बनाकर अपने व परिजन के नाम लिखवा लिया है और लगभग 25 बीघा जमीन में अपना साम्राज्य खड़ा कर के चारों तरफ जमीन को घेर रखा है । पुरानी सड़क जो इनके ऑफिस के बगल से गुजरी थी और गेट लगा हुआ था उसे भी अब दीवार बनाकर कब्जा कर लिया है । परसरा ग्राम निवासी सुधीर एवं उनके परिवार की जमीन भी अपने बाउण्डरी के अंदर कर लिया है जो 3 – 4 साल से अपनी खेती नहीं कर पा रहे हैं और उन्हें बेचने का जबरन दबाव बना रहा है । इन्होंने तीन चार साल पहले एक फौजी की जमीन कब्जा किया था जिसको मीडिया ने उठाया था उनको भी सबको मैनेज करके जमीन जबरन लिखवा के लेनदेन करके दबाव बनाकर कब्जा कर रखा है । इसी तरह चारागाह की जमीन मेंं 12 लोगों का पट्ठा था जिसे डर दिखाकर कि सरकारी जमीन है कैंसिल हो जाएगी, उनको डराकर 5-6 विगहा अपने नाम लिखवा लियलिया है । बिराई पासी नाम की जमीन 4 बिगहा विधायक ने लिखवा कर उसको चंडीपुर में जमीन देने का काम किया है । इसके काले कारनामों की जांंच उच्च स्तरीय एजेंसी से कराई जाने की मांग जिले की जनता कर रही है ।
सूत्रों की मानें तो तिकड़मबाज भौकाली विधायक संजय गुप्ता अपने विद्यालय में लगभग 10 केवी का कनेक्शन लेकर सैकड़ों ए0सी हॉस्टल और विद्यालय में चलाते है । शिकायत होने पर बिजली विभाग पर दबाव बनाकर बाद में 10 केवी का लोड बढवाया फिर 20 केवी का लोड बढ़ाया है । देखा जाए तो लगभग 40 केवी का इस समय कनेक्शन है लेकिन फिर भी सैकड़ों ए0सी एवं अन्य चीजें विद्यालय कैंपस और हॉस्टल में चल रहे हैं जिसकी जांच सत्ताधारी विधायक होने की की वजह से आज तक बिजली विभाग भी नहीं कर सका है ।
इसी तरह परसरा गांव की एक विधवा महिला एवं उसकी लड़की रचना कुमारी की रोड पर करोड़ों के बेशकीमती जमीन को विधायक ने नवंबर में अपने सहयोगियों से कब्जा करा रहा था । अमरनाथ झा ने जब इस मामले को मीडिया में उठाया तो अवैध कब्जा तो बंद कर दिया गया लेकिन उस पर दो लोगों को ईट से झोपड़ी डलवा कर आज तक कब्जा कराया गया है । इसे विधायक ने हटने नहीं दिया है और पुलिस भी इस मामले में कुछ नहीं कर सकी है । विधायक ने रचना से जमीन लेने के लिए पत्रकार से कई बार कहा कि यह जमीन उसको दिला दिया जाए ,जब जमीन नहीं दिलाया गया तो पत्रकार पर भी आरोप-प्रत्यारोप लगाकर अपने आपको विधायक पाक साफ बनता नजर आ रहा है ।