शिवरात्रि पर कुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़, संगम से वापसी में पुल बंद होने से हुई लोगों को परेशानी

👉 प्रशासनिक फैसले से श्रद्धालु नाराज, बाहर निकलने में हो रही दिक्कत ,सिर्फ 18 नंबर पुल चालू, बाकी पुल बंद होने से बढ़ी अफरा-तफरी
👉 सुरक्षा के नाम पर अव्यवस्था? श्रद्धालुओं ने उठाए प्रशासन पर सवाल ,प्रशासन का दावा – सुरक्षा कारणों से उठाया कदम, वैकल्पिक मार्ग किए गए तैयार
प्रयागराज । महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर कुंभ मेले में भारी संख्या में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ा। गंगा स्नान और शिव आराधना के लिए आए लाखों श्रद्धालु उमंग और भक्ति के साथ संगम तट पर पहुंचे, लेकिन पुलों के बंद होने से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
सूत्रों के मुताबिक, प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण के लिए कई पुलों को बंद कर दिया, जिससे श्रद्धालुओं को बाहर निकलने में कठिनाई हुई। वर्तमान में केवल 18 नंबर पुल को चालू रखा गया है, जबकि बाकी पुलों को सुरक्षा कारणों से बंद कर दिया गया है। इससे श्रद्धालुओं को वैकल्पिक मार्गों से लंबा सफर तय करना पड़ रहा है।
श्रद्धालुओं की नाराजगी
मेले में आए कई श्रद्धालुओं ने इस अव्यवस्था को लेकर नाराजगी जताई। उनका कहना है कि प्रशासन को पहले से बेहतर व्यवस्था करनी चाहिए थी ताकि किसी को परेशानी न हो।
श्रद्धालुओं में उत्साह, संगम स्नान कर धन्य हुए पारस शर्मा
प्रयागराज कुंभ में श्रद्धालुओं की आस्था का अद्भुत नजारा देखने को मिला। जयपुर (राजस्थान )से आए पारस शर्मा ने संगम में स्नान के बाद अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा, “संगम स्नान करके बहुत अच्छा लगा। यह एक दिव्य और पावन अनुभव था।”
प्रशासन का बयान
इस पूरे मामले पर प्रशासन का कहना है कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ही कुछ पुलों को बंद किया गया है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए वैकल्पिक रास्तों की व्यवस्था की गई है और पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए हैं। हालांकि, कुंभ मेले में उमड़ी भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन के लिए व्यवस्थाओं को सुचारू बनाए रखना एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।