सरकारी आईटीआई में है भ्रष्टाचार,करोड़ो का हुआ घोटाला,फर्जी हुए कई एडमिशन को मिल चुकी है डिग्री,और मिला राष्ट्रपति पुरस्कार ,कब होगी फर्जीवाड़े की जांच
👉 सुर्खियों में है सरकारी आईटीआई का कारनामा6, करोड़ों के घोटाले बने चर्चा का विषय।
👉सौम्या कटियार ने किया टॉप,जिस ट्रेड आईटीआई में नही है कोई टीचर,पिछले वर्ष मिला है सम्मान ।
👉 छुट्टी के नाम पर होता है घोटाला ,गायब रहते है फोरमैन , एडमिशन सेल के परीक्षा प्रभारी भी रहते हैं गायब ,फर्जी निकले है एडमिशन।
👉 अंधेर नगरी चौपट राजा की तर्ज पर चल रहा है आईटीआई
कौशाम्बी के सरकारी आईटीआई मंझनपुर में भ्रष्टाचार व्याप्त है । यहां करोड़ों का सामान खरीद मे घोटाला हुआ है और जांच नही हुई है । सूत्रों की माने तो सैकड़ों रुपए मे झाड़ू की खरीद हुई है और साफ्टवेयर तथा अन्य सामानों में खरीद के नाम पर लूट हुई है। विभागीय अधिकारियों ने भी क्या इस मामले में छूट दे रखी थी यह एक बड़ा सवाल है । बता दें कि एडमिशन में भी घोटाला हुआ है, टीचरो ने किया है आपने परिजनों और रिश्तेदारी का एडमिशन और वे लोग नही आए है एक भी दिन स्कूल ऐसे में कैसे मिली डिग्री यह जांच का विषय है । दूसरे जिले और प्रदेशों में रहने वालो का आईटीआई टेवा में एडमिशन हो गया और ऐसे लोगों को राष्ट्रपति से पुरस्कार भी मिल चुका है । धन्य है यूपी मे योगी सरकार जहां आईटीआई मंझनपुर की महिमा है अपरम्पार। 3 साल में कई करोड़ की खरीद हो चुकी है लेकिन कहा गया समान यह भी चर्चा बना हुआ है। आखिर कहा है सरकारी धन से खरीदी गई स्कूटी जो हमेशा निजी काम हुई है इस्तेमाल। परीक्षा कराने में भी यहां होता है लाखो का खेल वाही आईटीआई में भ्रष्टाचार रोकने में जिला प्रशासन फेल नजर आ रहा है। यह पूरा सरकारी आईटीआई मंझनपुर का मामला है । बताया जाता है की यहां प्रिंसिपल एमएम शुक्ला के दौरान सारे कारनामे हुए हैं और उनका भदोही में ट्रांसफर हो चूका है लेकिन अभी तक किसी को चार्ज नही दिया गया है। शुक्ला न तो भदोही जाते है और न मंझनपुर आईटीआई जाते है,जब पूछा जाता है तो कभी भदोही और कभी कौशांबी का बहाना बना कर गायब रहते हैं। यहां छुट्टी के नाम पर भी बहुत बड़ा खेल होता है, फोरमैन गायब रहते है और मनमानी चरम पर है ।
अमरनाथ झा पत्रकार ,8328977396 , 9415254415