वर्दी वाला गुंडा के कारनामों से त्रस्त है क्षेत्र की जनता,चाटुकारों एवं दलालो के इशारे पर चलता है थाना, पीड़ितो की नहीं होती सुनवाई, कुत्तों की तरह फोन पर भौकता है दरोगा, अपने आगे नही सुनता किसी की बात, करता है फोन पर बदतमीजी से बात
👉 उच्च अधिकारियों एवं एसपी का आदेश भी नहीं मानते थानाध्यक्ष सरांय अकिल ।
👉 दबंगों से मिलकर कल रात से ही धर्मपाल वा रामकिशोर की जमीन पर करा रहे निर्माण ।
👉 पुलिस अधीक्षक ने रुकवाने को कहा कार्य, उसके बाद भी नहीं रुका काम । बसुहार के आराजी संख्या 421 में है संपूर्ण जमीन में स्टेट है प्रभावी ।
👉 चायल एसडीएम , एडीएम एवं कप्तान के आदेश को भी नहीं मान रहे थानाध्यक्ष सराय अकिल ।
एसडीएम उच्च अधिकारियों के आदेश ठेंगे पर ,एसपी की भी नहीं सुनता इंस्पेक्टर, कैसे मिलेगी क्षेत्र की जनता को न्याय । कई लोगों की जमीन पर करा चुका है अवैध कब्जा , कुछ दिन पहले इछना मे दलित की जमीन पर कराया है कब्जा ।
कौशाम्बी । थाना सराय अकिल क्षेत्र के बसुहार गांव में धर्मपाल व रामकिशोर की जमीन पर थानाध्यक्ष सराय अकिल दबंगों से मिलीभगत करके जबरन निर्माण करवा दिया हैं । कल सोमवार को रात से लेकर मंगलवार शाम तक लगातार निर्माण कराया है । वहीं इस मामले में अ0नं0 421मे 2019 से सरकारी बंटवारा के लिए धारा 116 का वाद एसडीएम चायल न्यायालय में विचाराधीन है और 2019 से स्थगन आदेश भी पारित है जिसमें 25 नवंबर 2021 तारीख नियत है । विपक्षी फतेहबहादुर सिंह आदि इंस्पेक्टर की मिलीभगत से अधिकारियों को गुमराह करके गलत आदेश बताकर निर्माण करा रहे हैं, वहीं थानाध्यक्ष की शाह पर रातों दिन काम चल रहा है । उप जिलाधिकारी चायल एवं एडीएम कौशांबी तथा एसपी का आदेश लेकर पीड़ित थानाध्यक्ष के पास टहलते रहे ,शिकायत पत्र देते रहे लेकिन थानाध्यक्ष वर्दी वाला गुंडा की भूमिका में मनमानी करता रहा और दबंगों से मिलकर उनको निर्माण करने की खुली छूट दे रखा है ।
चर्चाओं पर जाए तो थाना प्रभारी सराय अकिल अनुपम शर्मा जब से सराय अकिल थाना की कमान संभाले हैं अब तक कई लोगों के जमीन इसी प्रकार कब्जा करा चुके हैं । इनकी तानाशाही इतनी है कि यह एसडीएम और कप्तान के आदेश और उनकी बात भी नहीं मानते हैं । यदि इनसे कोई नियम कानून की सही बात करता है तो यह बात ही बात में भड़क जाते हैं और वर्दी का रौब दिखाकर गुंडई करते हैं । शायद यह भूल गए हैं कि यह जनता के नौकर हैं और नौकरशाही मे राजशाही का भौकाल बनाकर कुछ चंद चमचों को पालकर अपने आप को बहुत बड़ा मठाधीश समझते हैं ।
सूत्रों की माने तो दिन भर थाना सरांंय अकिल में दलालों का और इनके चमचों का जमावड़ा लगा रहता है । यदि कोई भी पीड़ित थाने जाता है तो सीधा उसका काम ना कर दलालों के माध्यम से काम करते हैं । उनसे मोटा धन उगाही करते हैं । इनके मामले में कई बार उच्च अधिकारियों को भी शिकायत की गई है लेकिन उसके बाद भी इनका तानाशाही रवैया मेे सुधरा नहीं है । थाना सराय अकिल क्षेत्र की जनता इनसे तंग और परेशान है । यह रंगबाज और भौकाली इंस्पेक्टर खुलेआम क्षेत्र मे लूट मचा कर रखा हैं जिससे जनता त्रस्त है ।
इसी प्रकार बसुहार के धर्मराज की जमीन को गांव के ही फतेहबहादुर आदि लोग कब्जा कर रहे हैं ,2 साल पहले पुलिस इस मामले को रुकवाया गया था लेकिन सोमवार को अचानक ही इस पर काम लगा दिया गया । स्टे आर्डर दिखाने के बावजूद भी थानाध्यक्ष को दौड़ाता रहा और उल्टा उसे ही धमकी सड़ाकी देते हुए जेल भेजने की धमकी दिया ।
इस मामले की जब पुलिस अधीक्षक से शिकायत की गई तो उन्होंने थाना प्रभारी अनूप कुमार शर्मा को काम रुकवाने का निर्देश दिया लेकिन एसपी का आदेश भी थाना प्रभारी टालमटोल करते रहे । एसडीएम में सोमवार को ही आदेश दिया था लेकिन उस आदेश को भी थाना प्रभारी ने नहीं माना और यह कह कर टाल दिया कि जब तक लेखपाल नहीं आएगा तब तक कार्य को नहीं रोका जाएगा । अंत में एसडीएम चलने अपनी राजस्व टीम के कानूनगो एवं लेखपाल को मौके पर भेजकर काम शाम को रुकवाया लेकिन उनके जाते ही दबंग थानेदार ने फिर काम शुरु करवा दिया । इस बात की शिकायत जब चौकी इंचार्ज कटरा से की गई तो मौके पर तीन सिपाही भेजा गया, पुलिस के आने की खबर से ही लोग काम बंद कर दिए । यदि देखा जाए तो इस तरह के दबंग और वर्दी वाला गुंडा के रौब में थानेदारी कर रहे थाना प्रभारी सराय अकिल से क्षेत्र की जनता को कैसे न्याय मिलेगा । जबकि इनके द्वारा की जा रही क्षेत्र मे खुली लूट की चर्चा पूरे क्षेत्र में है । अब देखना है योगी जी की जीरो टॉलरेंस नीति में यह घमंडी इंस्पेक्टर कितना फिट बैठता है यह तो जांच का विषय है ।