कौशाम्बी जेल में होती लाखों की अवैध वसूली , जेलर और जेल अधीक्षक में रुपया होता है बंदरबांट,जेल में कब रुकेगी अधिकारियों की मनमानी
👉 सूत्रों की माने तो जेल में अन्य सुविधाओं का बंधा है रेट,जेल में है क्षमता से अधिक 748 कैदी ।
👉 यदि इन जेल के अधिकारियों की हुई जांच तो होगा काले कारनामों का खुलासा
कौशाम्बी। जिला जेल टेवा में आखिर कब रुकेगा भ्रष्टाचार यह मामला चर्चा का विषय बना है । कैदियों के परजनो की माने तो जेल में कैदियों से मनमाना वसूली होती है। सूत्रों की माने तो प्रति नए कैदी से 600 रुपए 10 दिन काम न करने के लिए होती है वसूली और फिर 10 दिन बाद एक मुस्त 4600 रूपए प्रति कैदी की वसूली होती है वह चाहे जब तक कैदी जेल में रहेगा । इस तरह से यदि देखा जाए तो कौशांबी जेल में कुल 748 कैदी वर्तमान समय में है और क्षमता 420 कैदी की जेल है । देखा जाए तो 4 लाख 48 हजार 800 रुपए प्रति नए कैदी के 10 दिन की वसूली का पैसा होता है । 10 दिन बाद फिर 4600 रुपए प्रति कैदी के हिसाब से जो वसूली 748 कैदी का होता है वह 34 लाख 40 हजार 800 रुपए की वसूली हुई है । इसके अलावा जेल में चलती है कैंटीन जहां मनमाना रुपए में मिलता है समान । कूपन का भी है प्रावधान लेकिन वह नाम मात्र का दिखावा है । जेल में सुविधाओं को मुहैया करने के नाम पर अलग होती है मोती वसूली । मोबाइल चलवाना ,नशे का समान उपलब्ध करवाने के लिए अलग धंधा है । कैदियों को नहीं मिलता सही से खाना,घटिया क्वालिटी का दिया जाता है खाना ।पानी जैसी दाल,और सब्जी का तो नाम ही काफी ।
सूत्रों की माने तो जेलर और जेल प्रभारी की जितनी आमदनी पेमेंट से नहीं है उसके कई गुना अवैध वसूली का धंधा धड़ल्ले से चल रहा है। जेल में जब अधिकारियों का दौड़ा होना होता है तो खाना पानी ठीक कर दिया जाता है,ताकि अधिकारियों की नजर में सब ठीक ठाक दिखे। जेल की अवैध कमाई से जेल के अधिकारी करोड़ो कमाते है । यदि इनकी आय से अधिक और बेनामी संपत्ति की जांच कराई गई तो अरबों का इनका सम्राज्य निकलेगा । जेल में बंद कैदियों के परिजनो ने नाम न उजागर करने की शर्त पर बताया कि जेल में सबसे बड़ा भ्रष्टाचार चल रहा है। लेकिन अब जेल में कैदी अपनी समस्या किससे बताए क्युकी 6बाद में उनको झेलना पड़ता है। उन्होंने ने उच्च अधिकारियों से जेल के अधिकारियों की जांच कराकर कार्यवाही करने की मांग की है ।
वही जब इस मामले में जेल अधीक्षक कौशाम्बी अजितेश कुमार मिश्रा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नही है ।
अमरनाथ झा पत्रकार , मो0 – 9415254415