कौशाम्बी मे पुलिस मुठभेड़ पर महिला ने उठाया सवाल, कहा घर से उठाकर ले गई पुलिस और दिखा दिया मुडभेड़, डीजीपी को पत्र भेजकर जांच की उठाई मांग
👉 कहा घर से उठाकर ले गई पुलिस , दिखाया है फर्जी मुडभेड़, उच्च अधिकारियों को लिखा पत्र..
👉 थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज से होगा खुलासा,दो बार घर से पकड़कर ले गई पुलिस…
👉 3 दर्जन से ज्यादा जिले में हो चुकी है मुडभेड़, ज्यादातर मुडभेड़ में दलित और मुस्लिम ही निशाने पर रहे सामिल,एक की हो चुकी है मौत , उच्च न्यायालय तक गया है मामला …
👉 क्या आउट ऑफ टर्न प्रमोशन के चक्कर में किए जा रहे हैं दनादन इनकाउंटर , जांच कराने की उठी मांग .. यदि हुई उच्च स्तरीय जांच तो जायेंगे कई लोग जेल ।
👉 जिले में पुलिस हुई बेलगाम , तानाशाही पर कब लगेगा विराम, जिले में दलितों का नही लिखा जाता है मुकदमा ,4 बार एसपी से 1 बार एडीजी से मिलने के बाद भी नहीं लिखा गया रत्नेश सरोज का सराय अकिल में मुकदमा ,उल्टा पीड़ित को फंसाने की चल रही है साजिश …107/116 की पीड़ित पर ही किया पुलिस ने कार्यवाही..
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👉 ठेंगे पर रहता है कप्तान का आदेश ,सराय अकिल प्रभारी एसपी के आदेश को नही देते है भाव, आखिर माजरा है क्या,थाना प्रभारी के आगे क्यूं दिखते है एसपी बेबस , फिर मलाईदार नई जगह पर तैनाती की है तैयारी , चर्चाओं का बाजार गर्म..
👉 कुछ दिन पहले पूर्व मंत्री मतेश चन्द्र सोनकर ने एसपी पर लगाए है गंभीर आरोप , वीडियो वायरल कर कहा दलितों का नही लिखा जाता है जिले में मुकदमा और अन्य गंभीर लगाया है एसपी पर आरोप।
👉 लगभग साल भर पहले एक महिला ने भी एसपी ब्रिजेश श्रीवास्तव पर लगाया था छेड़ छाड़ का आरोप , जिले में मच गया था हड़कंप, बाद में अपने बयान से मुकर गई थी महिला, फिर उस पर लिखा गया है मुकदमा और कई गंभीर मुकदमों में अब काट रही है टेवा जेल..
👉 जिले में पुलिस की चल रही है मनमानी, जब जिसको चाहे पुलिस पकड़कर करती है बंद ,जब चाहे छोड़ दे , उच्च अधिकारी नही देते ध्यान,पुलिस नही करती है सीआरपीसी 41- C का पालन , कानून को अपने जेब में रखकर घूमती है पुलिस ।
👉 थाना सराय अकिल में सबसे ज्यादा दलितों का हो रहा उत्पीड़न , नही लिखा जाता है उनका मुकदमा ,थाना प्रभारी विनीत सिंह की कार्यप्रणाली पर उठते रहे हैं सवाल ,लेकिन उच्च अधिकारी हैं खामोश , माजरा है क्या – बना चर्चा का विषय…
कौशाम्बी । जिले में नही रुक रहा फर्जी मुडभेड़ का सिलसिला । कई बार हुए मुडभेड़ पर उठ चुके है सवाल लेकिन पुलिस का रवैया तानाशाही हो गया है जो रूकने का नाम नही ले रहा है । जिले में अब तक 3 दर्जन से ज्यादा मुडभेड़ एसओजी और पुलिस ने दिखाया है और इस मुडभेड़ के बाद एक की तो मौत भी इलाज के दौरान हो चुकी है जिस मामले में पीड़ित पक्ष हाई कोर्ट में भी गुहार लगाई है। अभी कुछ दिन पर समदा निवासी जरीना सिद्दीकी ने भी फर्जी मुडभेड़ उसके लडके के साथ दिखाने की बात उठाई है ।
बता दे कि थाना करारी क्षेत्र के तुर्तीपुर गांव की महिला मरियम बीवी पत्नी सहीद ने पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश लखनऊ और मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश लखनऊ को भेजे शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि उसके लड़के फैय्याज को पुलिस फर्जी तरीके से गिरफ्तारी करके ले गई और फर्जी मुठभेड़ दिखा करके जेल भेजा दिया है। प्रकरण में महिला ने जांच कर दोषी पुलिस जनों को दंडित किए जाने की अधिकारियों से मांग की है।
महिला ने बताया कि उसका लड़का फैय्याज मुंबई में सैलून की दुकान चलाता था कुछ दिन पहले घर पर आया था बुधवार को घर पर बैठा था करारी पुलिस उसे घर से पकड़ कर ले गई और एक रात एक दिन थाने में रखा मारा पीटा और ग्राम प्रधान ने 40000 लेकर पुलिस को देकर के थाने से लड़के को छुड़वा दिया फिर दूसरे दिन पुलिस महिला के घर पहुंची और उसके लड़के फैय्याज को घर से पकड़कर दुबारा थाने ले गयी है । घर से ले जाने के बाद पुलिस ने उसके पैर में गोली मारकर फर्जी मुठभेड़ मे दिखाया है ।
महिला ने सवाल उठाया है कि सशस्त्र पुलिस के तमाम जवानों के बीच आखिर फैय्याज के पास तमंचा कहां से आया है । इतना ही नहीं कहा तमाम पुलिस वालों के बीच वह गोली कैसे चलाएगा , फैय्याज को मुठभेड़ के बहाने गोली मारने के बाद पुलिस उसके घर से मोटरसाइकिल भी उठा ले गई।
शिकायती पत्र में महिला ने कहा है कि ना कोई मुठभेड़ हुई ना तमंचा बरामद हुआ ना फायर हुआ ना घर से कुछ बरामद हुआ फिर भी पुलिस पूरी कहानी झूठी बना रही है जिससे घटना के असली मुलजिम बच गए हैं और निर्दोष को पुलिस ने जेल भेज दिया है। 16 जून को फर्जी गिरफ्तारी दिखाकर झूठी कहानी बताते हुए तीन मुकदमे फर्जी दर्ज करके फैय्याज को पुलिस ने जेल भेज दिया है। महिला ने संपूर्ण प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच कर दोषी पुलिस जनों को दंडित किए जाने की मांग की है।