जिले में धान खरीद को लेकर हो हुआ लम्बा घोटाला, सांसद और पूर्व सांसद से नाम से भी हो गई सैकड़ों कुंतल खरीद, कागजों पर होती धान खरीद,अधिकारियो से हुई शिकायत
👉 राइस मिलों के मामले में भी है गड़बड़ झाला , करोड़ो का है घोटाला ,जांच की उठी मांग ।
👉 सांसद और पूर्व सांसद के नाम से भी हो गई सैकड़ों कुंतल धान खरीद , फर्जी तरीके से वाहनों में दिखाया जाता है धान की ट्रांसपोटिंग
कौशाम्बी । जिले में धान खरीद के मामले में करोड़ो का घोटाला हो रहा है । यहाँ तक की संसद बिनोद सोनकर और पूर्व सांसद कपिल मुनि करवरिया के नाम पर भी लगभग 300 कुंटल की खरीद हो चुकी है जो की कपिल मुनि जेल में निरूद्ध है। कुछ जगह तो अभी तक धान खरीद के केंद्र भी नहीं खुले है जिससे किसान परेशान है । इस मामले को लेकर एडीएम से शिकायत भी की गई है ।
बता दें कि कौशांबी जनपद में इन दिनों धान खरीद को लेकर काफी गोलमाल किया जा रहा है और धान खरीद में लगी एजेंसिया घोटाला कर रही है । गड़बड़ी तो यहां तक की जा रही है कि नाम, पता और आधार राजिस्ट्रेसन किसी और का कर दिया गया है । सदर तहसील मंझनपुर के एसडीएम आकाश सिंह का सत्यापन का पेपर भी लगाया गया है । ऐसे तमाम लोगो के नाम से सैकड़ों कुंतल धान की खरीद हो गई है जिनको पता भी नही है और यह सिलसिला लगातार जारी है । जिनके नाम से खरीद हो रही है उनको पता तक नहीं है । सबसे बड़ी चौकाने वाली बात तो यह है कि कपिल मुनि करवरिया जो पूर्व सांसद है और जेल में बन्द है उनके नाम भी सैकड़ों कुंतल की खरीद हो गई है । इसी प्रकार कौशाम्बी सांसद विनोद सोनकर का भी नाम वेबसाइट पर लंबा धान खरीद दिखाया गया था लेकिन मामला सुर्खियों में आया तो वेबसाइट से विनोद सोनकर के आगे धान खरीद का डाटा डिलीट कर दिया गया है । जिले में कुल 49 धान खरीद के लिए केंद्र खोले गए हैं जिसमें खाद विपणन शाखा, एफसीआई, यूपीएसएस , यूपीपीसीयू, मण्डी आदि के केंद्र खुले है । इस तरह के कई मामलों को लेकर वेद प्रकाश पांडे ने अपर जिलाधिकारी को पत्र देकर भ्रष्टाचार और धान खरीद मे हो रहे घोटाले की जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है ।
इसी प्रकार साधन सहकारी समिति सचवारा में अभी तक धान खरीद नहीं सुरु हो सकी है और विभाग द्वारा नमी मापक यंत्र , बोरी, बैनर उपलब्ध नही कराया गया है । इससे किसानों को काफी परेशानी हो रही है और देखा जाए तो मौसम भी खराब हो रहा है । इस क्षेत्र के किसान परेशान है और विभाग आज कल कह कर टाल मटोल कर रहा है । जब किसान सचिव का घेराव करते है तो तो वह विभाग से सामान न मिलने की बात बताता है ।
इस मामले में जब अपर जिलाधिकारी अरुण कुमार गोंड और डिप्टी आरएमओ सुधांशु दुबे से बात हुई तो उन्होंने बताया की इस मामले में एक ज्ञापन मिला है । मामले में जांच कराई जाएगी यदि गड़बड़ी मिली तो दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी । सचवारा साधन सहकारी के मामले में डिप्टी आरएमओ ने बताया कि अभी केंद्र संचालित नही हो सका है, कुछ परेशानियां आ रही है जल्दी ही इसे ठीक कर लिया जाएगा ।