सफाईकर्मी गांव में नहीं, ऑफिसों में कर रहे बाबूगिरी, गांवों में है गंदगी का अंबार

👉 गांव में गंदगी, सफाईकर्मी ऑफिस में ,सफाईकर्मी कर रहे बाबूगिरी, गांवों में फैली गंदगी
👉 जिम्मेदारों की लापरवाही से गांवों की सफाई बेहाल, डीपीआरओ ऑफिस में कई साल से तैनात है सफाई कर्मी
कौशांबी। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। चतुर्थ श्रेणी के सफाईकर्मी जिनकी तैनाती गांवों की सफाई के लिए की गई है, वे अधिकांशत: अधिकारियों के कार्यालयों में बाबूगिरी करते नजर आ रहे हैं।
गांवों में सफाई व्यवस्था बदहाल है, जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं और नालियां बजबजा रही हैं, लेकिन सफाईकर्मियों की मौजूदगी न के बराबर है। वहीं, डीपीआरओ कार्यालय, सूचना विभाग, विकास भवन सहित अन्य सरकारी कार्यालयों में कई दर्जन सफाईकर्मी वर्षों से तैनात हैं और एसी दफ्तरों में काम कर रहे हैं। इसी तरह डीपीआरओ कार्यालय मे तैनात सफाई कई कर्मी पर हमेशा सवाल उठाए जाते रहे हैं लेकिन उनको कार्यालय में आखिर क्यों तैनात किया गया है यह एक बड़ा सवाल है। सूत्रों की माने तो कई कर्मी हमेशा डीपीआरओ कार्यालय में भी अटैच रहे है तथा वसूली कराने का माध्यम रहा है और जिस जगह उसकी नियुक्ति हुई है वह सफाई कार्य प्रभावित हो रहा है।
ग्रामीणों का आरोप है कि अधिकारी निजी कार्यों के लिए सफाईकर्मियों का उपयोग कर रहे हैं, जिससे गांवों की उपेक्षा हो रही है। लगातार शिकायतों के बावजूद जिम्मेदार अधिकारी मौन हैं। इसी तरह मंझनपुर ब्लाक के भैला मकदूमपुर गांव में सफाई कर्मी कभी शायद ही दिखता है और बिना काम किए ही हर माह सैलरी ले रहा है जिससे प्रधान की मंशा पर सवाल उठ रहे हैं।
विभागीय लापरवाही से ग्रामीणों में आक्रोश है और उन्होंने जिला प्रशासन से तत्काल जांच कर कार्रवाई की मांग की है। जिला प्रशासन की चुप्पी पर अब सवाल उठने लगे हैं।
अमरनाथ झा पत्रकार – 9415264415