कौशांबी में आशा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन, मांगा राज्य कर्मचारी का दर्जा ,श्रम सम्मेलन की सिफारिशें लागू करने की मांग पर अड़े आशा कार्यकर्ता
👉 आशा कार्यकर्ताओं का सरकार को अल्टीमेटम: मांगें पूरी न हुईं तो तेज होगा आंदोलन,जिला कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन
👉 प्रोत्साहन राशि और बेहतर सुविधाओं को लेकर आशा कार्यकर्ताओं का धरना, अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का आरोप
👉 योजनाओं में काम का बोझ, बिना लाभ के विरोध में उतरे आशा कार्यकर्ता ।
कौशांबी । जिले में आशा कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि योजनाओं के तहत काम के लिए उन्हें मोबाइल डेटा का उपयोग करने के लिए मजबूर किया जा रहा है, लेकिन इसके लिए कोई प्रोत्साहन राशि या सुविधा नहीं दी जा रही है। इसके साथ ही, लंबे समय से उनकी राज्य कर्मचारी का दर्जा देने की मांग अब तक पूरी नहीं हुई है।
कार्यकर्ताओं ने 45वें और 46वें भारतीय श्रम सम्मेलन में पारित सिफारिशों को लागू करने की मांग की, जिनमें नियमित रोजगार, बेहतर वेतन, प्रोत्साहन राशि और मातृत्व लाभ जैसी सुविधाएं शामिल हैं। उनका कहना है कि बार-बार ज्ञापन देने और विरोध प्रदर्शन करने के बावजूद सरकार ने उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया है।
कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन सौंपते हुए चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर अपनी आवाज बुलंद की।