धूमधाम से मनाया गया वीरांगना ऊदा देवी पासी का शहादत दिवस, कार्यक्रम मे शामिल हुए सैकड़ों लोग, वीरेन्द्र कुमार फौजी रहे मुख्य अतिथि
👉 मंझनपुर नगर पालिका अध्यक्ष ने की कार्यक्रम की शुरुआत। अखिल भारतीय युवा संगठन के तत्वाधान में आयोजित हुआ कार्यक्रम
कौशांबी जिले के मंझनपुर तहसील के टेवा में शनिवार को अखिल भारतीय युवा संगठन के तत्वाधान में वीरांगना ऊदा देवी पासी का शहादत दिवस बड़े धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत नगर पालिका परिषद मंझनपुर के अध्यक्ष वीरेंद्र सरोज फौजी ने दीप प्रज्वलन और वीरांगना के चित्र पर माल्यार्पण कर की। इस मौके पर वीरांगना ऊदा देवी पासी की वीरता को यदि किया गया। मुख्य अतिथि वीरेंद्र सरोज ने वीरांगना ऊदा देवी की शौर्यगाथा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि वह 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की वीर स्वतंत्रता सेनानी थीं। लखनऊ के सिकंदर बाग मे अंग्रेजों की लड़ाई में वह शहीद हो गई। 16 नवंबर 1857 को, जब ब्रिटिश फौज ने सिकंदर बाग पर चढ़ाई की, ऊदा देवी ने पुरुष वेशभूषा में पेड़ पर चढ़कर दुश्मन सैनिकों पर हमला किया।उन्होंने अपने साहस और रणनीति से 36 ब्रिटिश सैनिकों को मार गिराया। गोला-बारूद खत्म होने के बाद वीरांगना ने अपना बलिदान देकर देश की आज़ादी के संघर्ष में अमर स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम का आयोजन धनंजय पासी ने किया, जिन्होंने मुख्य अतिथि का माल्यार्पण कर स्वागत किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व ब्लॉक प्रमुख पंचूराम भारती ने की। चरवा नगर पालिका अध्यक्ष जगनरायण सहित इस मौके पर संरक्षक समई लाल सरोज और हजारों की संख्या में लोग उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथि ने कहा कि वीरांगना ऊदा देवी का बलिदान प्रत्येक भारतीय को अपने देश के लिए निःस्वार्थ योगदान देने की प्रेरणा देता है। उनका साहस और बलिदान आने वाली पीढ़ियों के लिए आदर्श रहेगा।यह आयोजन न केवल वीरांगना की स्मृति को जीवित रखने का प्रयास है, बल्कि समाज में उनके जैसे नायकों के संघर्ष को पहचान दिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है।
अमरनाथ झा पत्रकार – 9415254415