रात में चली गोली या फिर रचा नाटक, विपक्षी को फंसाने के लिए गोली मारकर झूठा मुकदमा दर्ज कराने का नाटक, जांच मे जुटी पुलिस
👉 हिस्ट्रीशीटर रामदास पल और संदीप पाल में चल रही है पुरानी रंजिश ,गोली मारकर 307 में दुश्मनों को फसाने का इनका है पुराना धंधा
👉 2 – माह पहले सुंदर लाल की लड़की को भगा ले गया था एक लड़का, मुकदमे में सुलह करने के लिए 3 दिन पहले दिया गया था दबाव, बात नहीं बनी कही इसी वजह से तो नहीं रचा गया नाटक
कौशाम्बी । जिले के थाना सराय अकिल के कोटिया गांव में हिस्ट्रीशीटर रामदास पाल और उसके गैंग द्वारा विरोधियों को फंसाने के लिए एक नया नाटक रचने का मामला सामने आया है। खबरों के अनुसार, रामदास पाल और उसके साथियों ने अपने दुश्मनों पर झूठे मुकदमे दर्ज कराने के लिए खुद को पैर में गोली मारकर साजिश रची, ताकि इसे एक असली हमला साबित किया जा सके। इस मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस ने गहराई से जांच शुरू कर दी है।
बताया जा रहा है कि रामदास पाल इलाके में एक कुख्यात हिस्ट्रीशीटर है, जिसका दहशत पूरे गांव में फैला हुआ है। यह पहली बार नहीं है जब रामदास ने अपने विरोधियों को फंसाने के लिए इस तरह का नाटक रचा हो। सूत्रों के अनुसार, पहले भी वह कई लोगों पर इसी तरह झूठे आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज करवा चुका है। पुलिस का मानना है कि इस बार भी यह एक सुनियोजित साजिश है, जिसमें रामदास ने अपने करीबी के पैर में गोली मारकर दुश्मनों पर झूठा मामला दर्ज कराने का प्लान बनाया लगता है । यह पुलिस के लिए जांच का विषय है ।
घटना की शुरुआत दो महीने पहले हुई जब सुंदरलाल की बेटी को गांव में रहने वाला एक युवक भगा ले गया था। इस घटना को लेकर सुंदरलाल ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। हाल ही में, इस मामले में लड़के के परिवार ने सुंदरलाल पर समझौता करने का दबाव बनाया लेकिन जब सुंदरलाल ने समझौता करने से इनकार कर दिया, तो रामदास पाल और उसके साथियों ने दबाव बनाने के लिए यह नया नाटक रचा गया लगता है ।
घटना के मुताबिक, रात में पावर हाउस के पास अचानक गोली चलने की आवाज आई, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई। घटना के तुरंत बाद पुलिस ने सुंदरलाल के घर पर दबिश दी तो उसे सोते समय घर से उठा लिया और रात के करीब 3 बजे कुलदीप पाल और उसके भाई को भी पूछताछ के लिए उठा लिया है । पुलिस का मानना है कि यह सब रामदास पाल और उसके गैंग द्वारा रची गई साजिश का हिस्सा है ताकि सुंदरलाल और उसके परिवार को परेशान किया जा सके और उन पर दबाव बनाया जा सके।
पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है, और यदि सही तरीके से जांच की गई तो कई अन्य महत्वपूर्ण तथ्य सामने आ सकते हैं। पुलिस का कहना है कि रामदास पाल और उसके सहयोगियों ने इस तरह की साजिश पहले भी कई बार रची है, और उनका उद्देश्य सिर्फ अपने दुश्मनों को कानूनी पचड़ों में फंसाना है। रामदास पाल और संदीप पाल के बीच भी पुरानी रंजिश चल रही है, जो इस तरह की घटनाओं को जन्म दे रही है।
इस मामले ने पूरे गांव में खलबली मचा दी है, और लोग उम्मीद कर रहे हैं कि पुलिस इस मामले में सच्चाई का पता लगाएगी। यदि पुलिस इस मामले की निष्पक्षता से जांच करती है तो रामदास पाल की इस साजिश का पर्दाफाश हो सकता है, और उसकी दबंगई का अंत हो सकता है। इस घटना ने पुलिस और प्रशासन को भी सतर्क कर दिया है कि ऐसे अपराधियों पर नजर रखी जाए ताकि गांव में कानून का शासन कायम रहे।
अमरनाथ झा पत्रकार