रेलवे के कानपुर अस्पताल का है बुरा हाल, नहीं थम रही है डॉक्टरों और कर्मचारीयों की मनमानी, डॉक्टर रहते है गायब, लोकल कंपनियों की मिल रही दवाई
👉 लोको कानपुर हॉस्पिटल में चल रहा है गड़बड़झाला ,9 बजे के बाद तक आते हैं चतुर्थ श्रेणी कर्माचारी अस्पताल और 10 बजे के बाद आते हैं डाक्टर।
👉 मरीज दूर से आकर बैठ करते हैं इंतजार,नहीं है कोई देखने सुनने वाला । लोकल कंपनियों की दी जा रही है दवाइयां ।
कानपुर। रेलवे के स्वास्थ्य विभाग में मनमानी रुकने का नाम भी नहीं ले रही है। काफी समय बाद रेलवे हॉस्पिटल कानपुर में अनुसासन और प्रशासन की लापरवाही से अस्पताल की चिकित्सा सेवा बदहाल दिख रही है। रिटायर्ड और बुजुर्ग लोग भारी भरकम किराया लगाकर चिकित्सा सुविधा के लिए आते हैं लेकिन उनको अस्पताल में सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं मिलता है। क्योंकि अस्पताल में न तो डॉक्टर मिलते है और न समय से कर्मचारी ड्यूटी पर आते है ।
रेलवे के स्वास्थ्य विभाग प्रशासन ने इतनी आजादी दे रखी है कि शाम को कोई भी डॉक्टर अपने चेंबर में नहीं आता है और एक दूसरे को सेटिंग करके बताकर गायब हो जाते हैं। जबकि सरकारी सेवा में अपने कार्य पर अनुपस्थित रहना एक अपराध है । इस मामले में विभागीय लोगों ने कई बार उच्च अधिकारिओ को अवगत करवाया है लेकिन अस्पताल में डॉक्टर और कर्मियों की मनमानी रुकने का नाम नहीं ले रही है। इस सम्बन्ध में यूनियन ने भी पत्र के माध्यम से उच्च स्तर पर प्रशासन को अवगत कराया है लेकिन मुखिया के ढीले होने के स्थिती दिन प्रतिदिन लचर होती जा रही है। अस्पताल की स्थिति इतनी ज्यादा खराब हो गई है कि शुगर की दवा मरीजों को नकली कम्पनियों की उपलब्ध कराई जा रही है और मरीज उसको खाकर उल्टियां कार रहे हैं। अस्पताल से मिलने वाली सुगर की गोली 3 दिन तक पानी में नहीं घुलती है तो पेट में क्या घुलेगी।
सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग एवं रेलवे के राजस्व का लुट घसूट किया जा रहा है। इस मामले में एक कर्माचारी ने अपनी पीड़ा व्यक्त की है । लोग टेंडर और समान मंगाने के जुगाड में व्यस्त रहते हैं बाकी चिकित्सा सुविधा के नाम पर चिकित्सालय शून्य है। बता दें कि नए आए हुए पीसीएमडी ने किसी भी चिकित्सालय का औचक निरीक्षण नहीं किया है। उन्होंने भी भगवान भरोसे इन चित्सालयों को छोड़ दिया है । लोगो ने मण्डल रेल प्रबंधक और जीएम का ध्यान आकर्षित कराते हुए जो 15-20 साल से डॉक्टर वा कर्मचारी जो जमे हुए हैं उनके लिए नियमानुसार ट्रांसफार्मर करने का अनुरोध किया है।