Tue. May 21st, 2024

मुख्य्मंत्री की महत्वाकांक्षी योजनाओं के प्रति लापरवाह है जिले के आला अधिकारी, सिर्फ कर रहे हैं खाना पूर्ति ,गौशालाओं मे नहीं है उचित खाने पीने की व्यवस्था, आए दिन गन्दगी से मर रहे हैं गोवंश, आंख मूंदकर बैठी है सीवीओ, अधिकारी भी मस्त

👉 जिले में गौशालाओं की व्यवस्था ध्वस्त ,हमेशा मर रहे हैं गौशाला मे पशु,, जिला प्रशासन एवं पशुपालन विभाग मस्त ।

👉 जिले के गौशाला में फर्जी आंकड़े दिखाकर लिए जा रहे हैं सरकारी रकम, विभागीय अधिकारी भी करते हैं बंदरबांट ।
👉 बरियावां प्रधान ने केयरटेकर का सामान घर से निकलवा कर बाहर फेंकवाया,लाखों रुपया पड़ा है केयरटेकरो का वेतन 
कौशाम्बी। जिले में गौशालाओं की व्यवस्था इतनी खराब है कि पशुओं को मरने के सिलसिला कम नहीं हो रहा है, ना तो अधिकतर गौशालाओं में पशुओं को पीने का शुद्ध पानी है और ना ही उचित खाने की व्यवस्था है । इस मामले में पशुपालन विभाग के सीवीओ एवं अन्य अधिकारी जहां आंख मूंद कर बैठे हैं वहीं जिले के आला अधिकारी भी अंजान बने बैठे हैं । आज फिर बरियावा के गौशाला में आज एक गाय मर गई है ।
ग्राम प्रधान सिर्फ केयर टेकर को निकलवाने में अपनी पूरी ताकत लगा दिया है , उसका समान कमरे बाहर फेकवा दिया है ,एक बेसहारा महिला के साथ केयर टेकर बाहर पड़ा हुआ है । एसडीएम चायल भी कल गौशाला में बने मन्दिर को तोड़वाने पहुंच गए लेकिन इनको वहां की व्यवस्था नहीं दिखाई पड़ी। वर्षों से केयर टेकरो का लाखों रुपया बकाया है उसे नहीं दे रहे हैं और केयरटेकर का आवास खाली कराने के लिए पूरी टीम लगकर पहुंच गई ,यहां तक कि प्रधान द्वारा मंदिर भी अंदर तोडवा दिया गया है ।
जहां गौशालाओं की व्यवस्था इतनी खराब है, जिले मे अव्यवस्थाओं के बीच पशु गौसलाओ मे जूझ रहे हैं । जिले के अधिकतर गौशालाओ मे कोई उचित व्यवस्था नहीं है । 31 जुलाई को ग्राम हरदुआ में गौशाला में 4 गोवंश मरे पड़े थे । बल्लहा, भिखारी के पुरवा की स्थति भी बहुत खराब है । गौशालाओं मे पानी पीने को पशु तरस रहे हैं और गंदा पानी पी रहे हैं । सिर्फ दिखावटी रूप में गौशालाओं मे रखे हैं भूसा, पशुओं को खाने को नहीं दिया जाता है ।
यदि जांच करे तो आंकड़ों के मुताबिक जिले के अधिकतर गौशालाओं में गोवंश नहीं है लेकिन बढ़ा चढ़ाकर संख्या दिखाकर सरकारी रकम हजम करने का काम वर्षों से शुरू है । जिसमें अधिकारियों के भी बंदरबांट करने की व्यवस्था शामिल है । यही कारण है कि यह व्यवस्था वर्षों से धड़ल्ले से लूट घसोट की चल रही है और बेजुबान पशु आए दिन गौशालाओं में मर रहे हैं ,जो गंदगी में रहने को मजबूर हैं । इसी तरह 1 सप्ताह के अंदर में म्योहर गांव गोशाला में 3 पशु मर गए, आए दिन कहीं ना कहीं गौशालाओं में इस तरह पशुओं की मौ होती रहती है । इन जिले के विभागीय अधिकारियों और आला अधिकारियों को दिखता नहीं है । आखिर कब इस लापरवाह सीवीओ के खिलाफ कार्यवाही होगी यह एक बड़ा सवाल है ।

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