भैला मकदूमपुर में हुए तालाब और सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे, लेखपाल पर गंभीर आरोप, तालाबों से अवैध कब्जे मुक्त कराने की मांग
👉 ग्रामीणों ने डीएम से की हस्तक्षेप की मांग, 58 दर्ज तालाबों में दर्जन भर भी नहीं मौजूद
कौशाम्बी। मंझनपुर तहसील के अंतर्गत भैला मखदुमपुर गांव में सरकारी तालाबों और जमीनों पर अवैध कब्जों को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। राजस्व अभिलेखों में गांव में कुल 58 तालाब दर्ज हैं, लेकिन ग्रामीणों के अनुसार जमीन पर एक दर्जन भी तालाब दिखाई नहीं देते।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि इन तालाबों पर संगठित तरीके से कब्जा करवा दिया गया है और संबंधित राजस्व कर्मी व लेखपालों ने कभी इन्हें खाली कराने की जहमत नहीं उठाई। उल्टे, लोगों का दावा है कि लोकपाल की शह पर और अधिक कब्जे हुए हैं।
लेखपाल पर गंभीर आरोप
गांव में तैनात लेखपाल ज्वाला सिंह पर भी ग्रामीणों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोप है कि जब से वे गांव में तैनात हुए हैं, तब से लगातार सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे बढ़े हैं। ग्रामीणों का कहना है कि लेखपाल गांव में न तो नियमित रूप से आता है, न ही वहीं निवास करता है। वह अक्सर गायब रहता है, जिससे लोग उसे ढूंढते रह जाते हैं।
ग्रामीणों का यह भी कहना है कि लेखपाल मौके पर पहुंचने पर उल्टा-सीधा नाप करता है, जिससे गांव में लगातार जमीनी विवादों की संख्या बढ़ रही है। माप की रिपोर्ट भी उच्च अधिकारियों को नहीं भेजी जाती, और शिकायतों के बावजूद अधिकारियों को गुमराह किया जाता है।
ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से की मांग
ग्रामवासियों ने जिलाधिकारी से मांग की है कि भैला मखदुमपुर में राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज 58 तालाबों की पुनः खोज कराई जाए और अवैध कब्जों को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए। साथ ही, लेखपाल की कार्यशैली की भी जांच कर सख्त कार्रवाई की जाए।
ग्रामीणों ने यह भी कहा कि यदि उनकी मांगों पर त्वरित कार्रवाई नहीं हुई, तो वे बड़े आंदोलन की राह पकड़ सकते हैं।
अमरनाथ झा पत्रकार 9415254415