जिला मुख्यालय में मानक विहीन चल रहे हैं प्राइवेट हॉस्पिटल, कई हॉस्पिटलो का नहीं है रिनुअल रजिस्ट्रेशन, झोला छाप डॉक्टर करते हैं ऑपरेशन
👉 बिना मोटी रकम लिए नहीं देते हैं अग्निशमन विभाग के अधिकारी फायर एनओसी ,पाली क्लीनिक , क्लीनिक और हॉस्पिटल का बंधा है अलग अलग रेट ।
👉 नही है किसी के पास एनबीसी की एनओसी,जांच का विषय , जिला मुख्यालय में कई दर्जन हस्पिटल की भरमार..
कौशम्बी। जिला अस्पताल के पास चल रहा है बिना रजिस्ट्रेशन रेनुवल के हॉस्पिटल । हॉस्पिटल में झोला छाप डाक्टर करते है ऑपरेशन। महिलाओं के बच्चे दानी का भी करते हैं ऑपरेशन । सीएमओ के नाक के नीचे आखिर कैसे चल रहा बिना नवीनीकरण के बिना हॉस्पिटल । मानक विहीन हॉस्पिटल पर कब होगी कार्यवाही , बड़ा सवाल । चंद हॉस्पिटल पर ही खाना पूर्ति की होती है कार्यवाही । क्या ऐसे हॉस्पिटलों से बंधी है माहवारी ,जांच का है विषय ।
फायर ब्रिगेड भी ऐसे लोगों को मोटी रकम लेकर देता है एनओसी, पाली क्लीनिक और हॉस्पिटल का बंदा है अलग-अलग रेट । अग्निशमन अधिकारी के एफसएसओ द्वारा एनओसी के नाम पर करते है वसूली और ईमानदारी का पीटते हैं ढोल । पाली क्लीनिक से 25 से 50000 हॉस्पिटलों का 50000 से 1 लाख तक का बांध है रेट। यदि जांच कराया जाए तो लगभग साल भर में दर्जनों से ज्यादा मिले एनओसी से हुई है करोड़ों की वसूली । बिना एनबीसी एनओसी के ही दे रहे हैं फायर एनओसी जो जांच का है विषय ।
अमरनाथ झा पत्रकार