सांसद विनोद सोनकर के टिकट को लेकर चर्चाओं के बाजार गर्म, पूर्व डिप्टी सीएम से पत्रकारों ने पूछा सवाल तो मिला गोलमोल जवाब, संसद पर लग रहे हैं तमाम जमीन से जुड़े मामलों में आरोप, मेहता अस्पताल पर कब्जा करने तथा दुर्गा देवी कॉलेज की जमीन प्लाटिंग कर बेचने का भी है आरोप
👉 तो क्या कट जायेगा सांसद विनोद कुमार सोनकर का टिकट, चर्चाओं का है बजार गर्म ….
👉 सांसद पर मेहता अस्पताल भरवारी पर कब्जा , दुर्गा देवी इन्टर कालेज ओसा की जमीन प्लाटिंग कराकर बेचना का मुद्दा है गर्म ।
👉 चायल में सत्रू संपत्ति और कब्रिस्तान की जमीन पर भी कब्जा का दबी जुबान में है बजार गर्म ।
👉 दुर्गा देवी रुरल एंड डेवलपमेंट सोसाइटी पर सोनकर परिवार,रिश्तेदार का हुआ कबजा,बाकी को किया बाहर …
👉 बिना जिलाजज के परमिशन के बिकी है दुर्गा देवी ओसा की जमीन , खरीददार सांसद के है सभी करीबी ।
👉 ब्लैक मनी को व्हाइट मनी मे बदलने की साजिश तो नहीं , खरीदारो के मामले में जांच का है विषय ….
कौशांबी। पूर्व डिप्टी सीएम एवं राज्यसभा सांसद दिनेश चन्द्र शर्मा पहुंचे कौशांबी । काशीराम गेस्ट हाउस में किया कार्यक्रम को संबोधित ,पत्रकारों से की वार्ता ।कार्यक्रम में छाया रहा कौन होगा लोकसभा प्रत्याशी , प्रत्यासी के नाम के मुद्दे पर जब पत्रकारों के पूछने के बाद गोलमोल मिला जवाब। प्रत्याशी का नाम पूछने के बाद श्री शर्मा ने दिया गोल-गोल जबाब, कहा प्रत्याशी होगा कमाल का फूल । नाम बताने से कतराते रहे राज्य सभा सांसद ।
चर्चाओं पर जाओ तो सांसद विनोद सोनकर का टिकट कटने की भी होती रही चर्चा, लेकिन फिर भी अभी खुलकर नाम सामने नहीं आ रहा है । जिससे लोगों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है ।
सूत्रों की माने तो सांसद विनोद सोनकर का जिस प्रकार से कौशांबी में विरोध है उससे ऐसा लगता है की टिकट कटना भी संभव है । जिस प्रकार से सांसद विनोद सोनकर का दुर्गा देवी रूरल एंड डेवलपमेंट सोसाइट ओसा कॉलेज की जमीनों को प्लाटिंग करवाई गई है और मेहता अस्पताल का मामला भी छाया रहा है, उससे कहीं ना कहीं विरोध तो लाजमी है । वहीं सांसद विनोद सोनकर सत्ता के मद में कई लोगों को कोटेदारों और प्रधानों को भी धमकी देते रहे हैं और कई लोगों के मकान पर बुलडोजर भी चलवाने का काम किए हैं जिससे पासी समाज इनसे बेहद नाराज है और कहीं ना कहीं यह विरोध उनके लिए भारी पड़ेगा ।
तो क्या शत्रु संपत्ति और कब्रिस्तान पर भी है कब्जा ,क्या इसमें भी होंगी जांच.
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चर्चा तो इस बात की भी है की चायल तहसील के चिल्ला शाहबाजी में शत्रु संपत्ति और कब्रिस्तान पर भी सांसद का कब्जा बताया जा रहा है जो जॉच का विषय है । चिल्ला शहबाजी गांव में आफाक नाम के व्यक्ति को कूट रचित संशोधित करके अशफाक के नाम जमीन चढ़ाया गया है । वर्ष 2002 में सांसद विनोद कुमार सोनकर के भाई संतोष सोनकर के नाम जमीन की रजिस्ट्री हो जाती है । संतोष सोनकर ने मई 2022 मे बैंक ऑफ़ इंडिया सुलेम सराय प्रयागराज से लगभग 2 करोड़ 72 लाख रुपया का इसमें लोन भी लिया गया है जो आज भी प्रभावी है ।
मजेदार बात तो यह है कि जनवरी 2024 में इसी जमीन को सांसद विनोद सोनकर ने अपने नाम पर संतोष सोनकर से दान के रूप में ले लिया हैं । यदि सूत्रों की माने तो आराजी नंबर 341, 342 के बगल में 343 जो कब्रिस्तान है उस पर भी अवैध तरीके से कब्जा बताया गया है,फिलहाल मामला जांच का विषय है । जिले के ऐसे कई जनप्रतिनिधि हुए हैं जो 10 साल में अरबों की संपत्ति कमाई है । आखिर कब ऐसे लोगो की नामी और बेनामी संपत्तियों का लेखा-जोखा होगा, इनकी जांच होगी ।यदि प्लाटिंग में जमीन खरीदारों सहित इनका हिसाब किताब किया जाएगा तो बहुत बड़ा चौंकाने वाला खुलासा होना तय है ।
अमरनाथ झा पत्रकार