अलीगढ़ के इगलाश थाने मे दरोगा पर युवती ने कराया मुकदमा दर्ज, युवती की फोटो वायरल करने और 10 लाख की किया था मांग, दरोगा हुआ लाइन हाजिर
👉 दरोगा सचिन कश्यप के खिलाफ क्राइम नम्बर 0122,धारा 384 और 67 आईटी एक्ट के तहत महिला थाना मे मुकदमा दर्ज
अलीगढ़ जिले के थाना इगलास में तैनात उप निरीक्षक सचिन कश्यप पर एक युवती ने 10 लाख रुपए की चौथ मांगने का आरोप लगाया है । महिला का आरोप है कि जब उसने उप निरीक्षक को 10 लाख रुपये नही दिए तो दरोगा ने युवती का फोटो वायरल कर दिया है । जब घटना की शिकायत पीड़िता द्वारा एसएसपी से की गई तो एसएसपी ने मामले का तत्काल संज्ञान लेते हुए उप निरीक्षक सचिन कश्यप की विरुद्ध महिला थाने पर एफआईआर दर्ज कर लाइन हाजिर कर दिया है, वहीं पुलिस मामले की जांच में जुटी है ।
अलीगढ़ पुलिस को दी गई तहरीर के मुताबिक पीड़िता का आरोप है कि वह है मथुरा जनपद के नौझिल थाना क्षेत्र की रहने वाली है । 2021 में फोन के माध्यम से सचिन नाम के दरोगा ने संपर्क किया ,उस समय उसकी ड्यूटी थाना अतरौली में चल रही थी । फिर उसने शादी का प्रस्ताव रखा तथा अपने आप को बिरादरी का बताया और इसी दौरान सचिन ने धोखे से मेरा अपने साथ अश्लील फोटो बना लिए । बाद मे पता चला कि सचिन शराब पीता है तथा उसकी जाति का नहीं है तो युवती ने शादी करने से मन कर दिया ।
जब उसने शादी से मना कर दिया तो सचिन ने उसे बताया की मैंने तुम्हारे फोटो बना लिए हैं यदि तुम मेरे साथ शादी नहीं करोगी तो मैं तुम्हारे फोटो वायरल कर दूंगा ,नहीं तो मुझे फोटो डिलीट करने के लिए 10 लख रुपए देने होंगे । जब मैंने कहा कि हमारा 10 लख रुपए देने का कोई जुगाड़ नहीं है तो सचिन दरोगा ने कहा कि मैं तुम्हारे फोटो वायरल कर रहा हूं, तब मैंने कहा कि मैं तुम्हारी शिकायत कर दूंगी तो सचिन शांत हो गया । उसके बाद मेरी शादी तय हो गई तो सचिन ने मेरे होने वाले पति का फोन नंबर पता करके दरोगा ने स्वयं तथा अपने साथ एक महिला पुलिस कर्मी के माध्यम से मेरे अश्लील फोटो मेरे होने वाले पति के मोबाइल पर वायरल कर दिए । जिससे मेरी समाज में बेज्जती हुई है. पीड़िता की इस शिकायत पर 15 सितंबर को आईपीसी की धारा 384 व सूचना प्रौद्योगिकी (संशोधन) अधिनियम 2008 के तहत 67 धारा के अंतर्गत अलीगढ़ महिला थाने में मुकदमा पंजीकृत किया गया है
वही इस मामले में इगलास सीओ कृष्ण गोपाल सिंह का कहना है कि थाना इगलास में कार्यरत्त उप निरीक्षक के विरुद्ध एक महिला द्वारा प्रेम प्रसंग लेकर आरोप लगाते हुए एक प्रार्थना पत्र दिया गया था, इसके संबंध में तत्काल सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है तथा संबंधित उपनिरीक्षक को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया गया है, इसके अलावा विभागीय कार्यवाही प्रचलित है ।