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स्वास्थ्य विभाग मे फैला भ्रष्टाचार, संविदा कर्मी के इशारे पर चल रहा विभाग, करोड़ो की बनाया आय से अधिक संपत्ति, सीएमओ आफिस मे वर्षों से है तैनात

👉 जिला क्षयरोग विभाग में तैनात सविंदा कर्मी की फर्म को किया गया लाखों का भुगतान ,लम्बे अरसे से धीरज इंटर प्राइजेज एन्ड ट्रेवेल्स के नाम से संचालित है संविदा कर्मी की फर्म ।

👉 सीएमओ ऑफिस में तैनात डॉ0 नागेंद्र कुमार एससी/ एसटी के सर्टिफिकेट पर कर रहा नौकरी ,कई बार हुई शिकायत नहीं हुई कार्रवाई, विभाग में बना मामला चर्चा का विषय ।

👉 जिला मुख्यालय में उज्जवल हॉस्पिटल एवं उज्जवल अल्ट्रासाउंड सेन्टर तथा अन्य कई हॉस्पिटल का है मालिक, कब होगी जांच- बड़ा सवाल ।

कौशाम्बी । जनपद कौशाम्बी के दोआबा में स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं में जमकर भ्रष्टचार हो रहा है। बता दें कि स्वस्थ्य विभाग के जिला क्षयरोग विभाग में तैनात एक सविंदा कर्मी की फर्म में करोड़ो का भुगतान किया है। संविदा कर्मी काफी लम्बे अरसे से धीरज इंटर प्राइजेज एन्ड ट्रेवेल्स के नाम से फर्म बनाकर विभागीय योजनाओं में हेराफेरी कर रहा है। इसकी शिकायत भी शासन तक हो चुकी हैं लेकिन सेटिंगबाज संविदा कर्मी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है बल्कि सिर्फ जांच ही चल रही हैं।

इस भ्रष्टाचार में स्वास्थ्य विभाग के अन्य आला अधिकारी भी शामिल है जिसमें इस संविदा कर्मी की काली कमाई एवं अवैध तरीके से आय से अधिक संपत्ति का हिस्सा उच्च अधिकारियों में भी बंदरबांट होता है जो जांच का विषय है । संविदा कर्मी पंकज कुमार और डॉक्टर नागेंद्र कुमार के बारे में शासन में भी शिकायत की गई है।

जिले में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन योजना से लगभग 25 गाड़ियों किराये पर फर्म के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग में लगी हुई है। आरोप है कि जिलाक्षयरोग विभाग में तैनात एक सेटरबाज सविंदा कर्मी ने खुद ही अपनी ट्रेवेल्स एजेंसी बनाकर गाड़ियां चलवा रहा है।

सूत्रों की माने तो सविंदा कर्मी धीरज इंटर प्राइजेज एंड ट्रेवेल्स के नाम से खुद की फर्म बना रखी है। इसी फर्म के सहारे हर वर्ष विभाग को लाखों रुपये की चपत लगा रही है। आरोप है इस योजना के तहत लगी अधिकांश गाड़िया ज्यादातर खड़ी रहती है। साथ ही शादी ब्याह में बुकिंग भी करती हैं। जबकि विभाग से हर महीने इन गाड़ियों के किराये के नाम पर लाखों रुपये का भुगतान किया गया है। शासकीय फरमान पर इसकी जांच भी हो रही है। लेकिन विभागीय अफसरों के गठजोड़ से संविदा कर्मी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है। संविदा कर्मी के रुआब के चलते कोई कुछ बोल नहीं पा रहा है। लोगों ने मामले की शिकायत शासन में किया है। संविदा कर्मी पंकज कुमार एवं मुकेश अग्रवाल खिलाफ कोतवाली मंझनपुर में भ्रष्टाचार से संबंधित f.i.r. भी दर्ज है ।

इसी प्रकार सीएमओ कार्यालय में तैनात डॉक्टर नगेद्र कुमार sc-st के सर्टिफिकेट पर नौकरी कर रहे हैं । जिसकी कई बार शिकायत भी की गई है लेकिन इस पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है । लगभग 15- 20 वर्षों से एक ही जगह पर डॉक्टर नागेंद्र कुमार और पंकज कुमार संविदा कर्मी के रूप में कार्य करते हैं लेकिन आज तक इन पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है । विभाग में खुलेआम चर्चा का यह विषय बना हुआ है । अब देखना यह है कि कौशांबी वॉइस के खबर के बाद इन मामलों में जांच होती है या फिर सब कुछ फाइलों में दबकर रह जाएगा यह एक बड़ा सवाल है। सूत्रों की माने तो डॉ0 नागेंद्र कुमार संविदा कर्मी पंकज कुमार की कई करोड़ की आय से अधिक और बेनामी संपत्ति है । यदि इनकी जांच हुई तो इनके बारे में चौंकाने वाले खुलासे सामने आएगा।

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