भाषा में विद्वता खोल सकती है तरक्की की राह–जिला विद्यालय निरीक्षक
पूर्व प्रधानाचार्य रविंद्र नाथ शुक्ल ने कहा कि संस्कृत भाषा विश्व की सबसे मधुर भाषा है ।
श्रीमती कृष्णा त्रिपाठी संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अलवारा द्वारा धूमधाम से मनाई गई महर्षि बाल्मीकि जयंती
कौशाम्बी। महर्षि वाल्मीकि जयंती के अवसर पर जिला स्तरीय सांस्कृतिक प्रतियोगिता का आयोजन कलश गेस्ट हाउस ओसा में आयोजित किया गया है जहां कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उप जिला अधिकारी मंझनपुर प्रखर उत्तम वा उपनिरीक्षक संस्कृत पाठशालाए प्रयागराज रविंद्र सिंह ने महर्षि बाल्मीकि के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया और दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की कार्यक्रम का आयोजन श्रीमती कृष्णा त्रिपाठी संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अलवारा मंझनपुर द्वारा आयोजित किया गया है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व प्रधानाचार्य रवीन्द्र नाथ शुक्ल ने की, उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान लखनऊ के ओर से महर्षि वाल्मीकि जयंती श्रीमती कृष्णा त्रिपाठी संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अलवारा के सौजन्य से धूमधाम से मनाए जाने का निर्णय लिया गया और इस उपलक्ष में आयोजित होने वाली जिला स्तरीय सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन श्रीमती कृष्णा त्रिपाठी संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अलवारा ने कलश गेस्ट हाउस ओसा में आयोजित किया है।
महर्षि बाल्मीकि जयंती के अवसर पर श्रीमती कृष्णा त्रिपाठी संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अलवारा में शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्रों द्वारा श्लोक, अंत्याक्षरी, संस्कृत गीत आदि कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया जिसकी उपस्थित लोगों ने भूरी भूरी सराहना की कार्यक्रम के अंत में छात्रों को पुरस्कृत किया गया इस मौके पर मुख्य अतिथि एसडीएम मंझनपुर ने कहा कि संस्कृत भाषा को जन-जन की भाषा बनाने के लिए संस्कृत के छात्र संवाहक हो सकते हैं इस मौके पर उप निरीक्षक रविंद्र सिंह ने कहा कि संस्कृत जगत में महर्षि वाल्मीकि का अद्वितीय स्थान रहा है संस्कृत भाषा को दिल से आत्मसात करने की जरूरत है।
उन्होंने प्रतियोगिता में चार चांद लगाने के टिप्स दिए इस मौके पर जिला विद्यालय निरीक्षक संतोष मिश्रा ने कहा कि भाषा में विद्वता तरक्की की राह खोल सकती है सफलता के सोपन पर वही पहुंच सकता है जिसमें कुछ करने का हौसला हो कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्व प्रधानाचार्य रविंद्र नाथ शुक्ला ने कहा कि कार्यक्रम का संचालन काशी प्रसाद पांडेय दिवाकर मिश्र ने संयुक्त रूप से किया इस मौके पर विद्यालय प्रबंधक पुष्प लता त्रिपाठी कम्मो त्रिपाठी विद्यालय के प्रधानाचार्य धीरेंद्र त्रिपाठी पूर्व प्रधानाचार्य मुरलीधर मिश्रा राम प्रकाश मिश्रा शंभू नाथ त्रिपाठी सुनील द्विवेदी बृज बिहारी मिश्रा सहित विभिन्न विभूतियां कार्यक्रम में उपस्थित रही और महर्षि बाल्मीकि के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन करते हुए महर्षि वाल्मीकि के जीवन पर प्रकाश डाला।
वक्ताओं ने कहा कि महर्षि बाल्मीकि संस्कृत के विद्वान थे और उन्होंने रामायण की रचना संस्कृत में की है जो आज भी घर घर पर उपयोगी है संस्कृत प्रतियोगिता के आयोजन के अवसर पर शिक्षक कुलदीप कुमार पांडेय और रामबाबू शुक्ला सहित विद्यालय के शिक्षक इलाके के गणमान्य लोग मौजूद रहे।
*सियाराम सिंह पत्रकार अखंड भारत संदेश हिन्दी दैनिक अख़बार जनपद कौशाम्बी 9670643576*