अधिशासी अधिकारी पर 25 लाख की अनियमितता का आरोप, सरकारी धन के दुरुपयोग का मामला गर्माया, नगर पालिका परिषद मंझनपुर का मामला
👉 ईओ ने नवीन कार्यालय भवन में आवास होने के बाद भी पुराने कार्यालय भवन की मरम्मत के नाम पर 25 लाख का किया दुरुपयोग
कौशाम्बी । नगर पालिका परिषद मंझनपुर की अधिशासी अधिकारी प्रतिभा सिंह पर सरकारी धन के दुरुपयोग के आरोप लगे हैं। शिकायतकर्ता श्रेयांश मिश्रा ने उत्तर प्रदेश सरकार को दी गई शिकायत में आरोप लगाया कि अधिशासी अधिकारी ने नवीन कार्यालय भवन में आवास होने के बावजूद पुराने कार्यालय भवन की मरम्मत के नाम पर ₹25 लाख का दुरुपयोग किया।
शिकायत के अनुसार, प्रतिभा सिंह ने सरकारी धन का इस्तेमाल अपने निजी ऐशो-आराम के लिए किया। जांच में यह सामने आया कि पुराने भवन की मरम्मत पर ₹9,44,293 खर्च किए गए, जबकि नए आवास का उपयोग यह कहकर नहीं किया गया कि वह सुरक्षित नहीं है। इसके अलावा, अधिशासी अधिकारी पर सरकारी खाते से अवैध रूप से आवास भत्ता लेने और बाद में धनराशि लौटाने का आरोप है। शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया कि अभिषेक प्रजापति नामक व्यक्ति को वाहन चालक के पद पर नियुक्त कर उनका उपयोग निजी ड्राइवर के रूप में किया गया। जांच में यह पुष्टि हुई कि अभिषेक को आउटसोर्सिंग के माध्यम से नियुक्त किया गया, लेकिन उसके कार्य निजी स्वार्थ से जुड़े रहे।
जांच में गवाह के तौर पर शामिल अवर अभियंता ओमकार पटेल स्वयं तीन साल तक सामुदायिक भवन में अवैध रूप से रह चुके हैं। शिकायतकर्ता का कहना है कि ऐसे संदिग्ध व्यक्तियों के बयान लेकर जांच प्रक्रिया को प्रभावित किया गया। प्रकरण की जांच रिपोर्ट तहसीलदार ने शासन को भेज दी है, लेकिन अब तक अधिशासी अधिकारी पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। शिकायतकर्ता ने निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। मामले ने प्रशासनिक कार्यप्रणाली और पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।