आखिर कब होगी शिक्षा मित्र के गायब रिकॉर्ड की जांच , विद्यालय सहित बीआरसी से भी नहीं मिल रहा रिकॉर्ड, कुम्हियावा में कर रहा है राम सुरेश नौकरी,डिग्री की जांच का मामला
👉 जिले के मंझनपुर ब्लाक अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय भैला मकदूमपुर में शिक्षामित्र राम सुरेश का रिकॉर्ड गायब है ।
👉 इस मामले में गांव के ही रवि कुमार ने आईजीआरएस के माध्यम से शिकायत की है ,जिस पर विभाग में मचा था हड़कंप ।
👉 विभागीय अधिकारी की भूमिका संदिग्ध, शिक्षा मित्र से बने मास्टर को बचाने पर लगे अधिकारी , कहां गायब हो गया विद्यालय और बीआरसी से रिकॉर्ड
कौशाम्बी । जिले के मंझनपुर ब्लॉक अंतर्गत ग्राम भैला मकदूमपुर में प्राथमिक विद्यालय मे राम सुरेश पुत्र बच्चा लाल शिक्षा मित्र था । सूत्रों की माने तो लगभग सन 2000 से 2007- 8 तक राम सुरेश शिक्षामित्र के रूप में प्राथमिक विद्यालय भैला मकदूमपुर प्रथम में पढ़ा रहा था लेकिन बाद में उसका चयन सहायक अध्यापक में हो गया है । वर्तमान समय में राम सुरेश कुमियावा के प्राथमिक विद्यालय प्रथम में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात हैं लेकिन राम सुरेश का शिक्षामित्र के कार्यकाल का रजिस्टर से रिकॉर्ड गायब कर दिया गया है । सिर्फ प्राथमिक विद्यालय से ही नहीं गायब है बल्कि बीआरसी मंझनपुर से भी रिकॉर्ड नहीं मिल रहा है । गांव के ही जब रवि कुमार ने आईजीआरएस के माध्यम से शिकायत किया है तो बीएसए कार्यालय से उसको ही नोटिस देकर प्रमाण देने को कहा गया है। फिलहाल बीएसए कौशाम्बी के यहां से जांच प्रचलित है । इसके पहले भी कई बार आईजीआरएस के माध्यम से राम सुरेश के रिकॉर्ड के गायब होने के मामले में शिकायत की गई है ।
बताया जाता है कि रिकार्ड गायब करने में खुद ही राम सुरेश का हाथ है चुकी वह शिक्षामित्र के रहते हुए बीएड किया था । शायद यही कारण है कि अपनी नौकरी को खतरा भापते हुए रिकार्ड गायब कर दिया गया है । इस मामले में पहले भी जब आईजीआरएस के माध्यम से शिकायत हुई तब विभागीय अधिकारियों ने यह जवाब देकर मामले को रफा दफा कर दिया था । वर्तमान समय में भैला मकदूमपुर के प्रधानाध्यापक ने कहा की 2013 से पहले जो अध्यापक थे उनके कार्यकाल से उन्हें चार्ज लेने के बाद यह रजिस्टर नहीं मिला है । इस तरह से देखा जाए तो इस मामले में ना अभी तक विभाग की तरफ से कोई रिपोर्ट दर्ज कराई गई है और ना ही इसकी जांच कराई गई है । यदि विभाग ने इस मामले की जांच कराया तो इसमें बड़ा खुलासा होना तय है । अब देखना यह है की शिक्षा विभाग राम सुरेश शिक्षा मित्र के गायब हुए रिकॉर्ड की जांच कराता है या फिर सब कुछ ऐसे ही फाइलों में दब के रह जाएगा यह एक बड़ा सवाल है ।
इस मामले में कई बार बेसिक शिक्षा अधिकारी कमलेंद्र कुमार कुशवाहा से सिकायत हुई तो उन्होंने कहा मामला संज्ञान में है इसकी जांच कराकर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई के जाएगी लेकिन हुआ कुछ भी नहीं है ।