जिले में ऐसे तमाम है महाविद्यालय/कालेज जहां कभी नहीं खुलता है ताला ,रहता है हमेशा बंद , सिर्फ परीक्षा कराने को खुलता है कालेज का ताला, इलाहाबाद स्टेट यूनिवर्सिटी के तहत चल रहे हैं कालेज
👉 हाई स्कूल और इन्टर की परीक्षा कराने में किए जाते है सीसीटीवी कैमरे सहित कड़े इंतजाम लेकिन उच्च शिक्षा संस्थानों की परीक्षा कराने में प्रशासन धड़ाम ।
👉 सिर्फ परीक्षा के समय ही खुलता है कालेज का ताला । कैसे मिलेगी छात्रों को उच्च शिक्षा , बड़ा सवाल.।
कौशांबी । जिले इसी तरह मंझपुर तहसील के थाना करारी अंतर्गत संचालित स्वo तीरथ राज सिंह महाविद्यालय म्योहर कौशांबी ,कॉलेज कोड 03033 का है यही हाल। सूत्रों की माने तो ना यहां कोई प्राचार्य है, ना कोई शिक्षक और ना है किसी श्रेणी का कर्मचारी l ग्रामीण की माने तो यहां कभी नहीं हुआ पठन-पाठन ।
जब कभी होती हैं परीक्षाएं तभी यहां का खुलता है ताला ।
बता दें कि 2016 मे सामूहिक नकल कराने के कारण यह कालेज कई वर्षों के लिए हो गया था डिबार ,तब से यहां कोई परीक्षाएं नहीं हुई है । देखा जाए तो इस कालेज की सात विषयों की है मान्यता, किंतु यहां नहीं उपलब्ध है गृह विज्ञान की प्रयोगशाला । इसी तरह मानक के अनुसार उपलब्ध नहीं है भवन, फिर भी मिल गई है मान्यता, यह जांच का विषय है । इस महाविधालय के भवन पूर्णरूपेण जर्जर हो चुके हैं,जगह-जगह से दीवार में दरारे आ चुकी हैं और कालेज में अवस्थापना सुविधाएं भी नदारद है । इस महाविद्यालय परिसर मे पशुओं के लिए चरी बोई जाती है , छात्र कभी नहीं आर न तो कालेज चलता है तब सवाल खड़े होते हैं कि आखिर जनपद में उच्च शिक्षा के मामले में चल रहे ऐसे महाविद्यालय डिग्री कॉलेजों की जांच कब होगी …यह एक बड़ा सवाल है ।
जिले में ऐसे बहुत से विद्यालय हैं जो सिर्फ परीक्षा के समय खुलते हैं और छात्रों से धनादोहन किया जाता है । प्रवेश पत्र के नाम पर पैसे की वसूली होती है ,परीक्षा दिलाने के नाम पर पैसा की वसूली होती है । जो लोग पैसा देते हैं ,उनकी अलग व्यवस्था की जाती है – जो पैसा नहीं देते हैं उनकी अलग व्यवस्था की जाती है । जनपद में चल रहे ऐसे तमाम विद्यालयों पर कब होगी जांच कर कार्यवाही ,यह एक बड़ा सवाल है…
अमरनाथ झा पत्रकार , मो0 – 8318977396 ,9415254415