एनसीआर के केंद्रीय चिकित्सालय प्रयागराज मे भी व्याप्त भ्रष्टाचार,मनमानी तरीके से डॉक्टर और रेलवे अधिकारी चला रहे अस्पताल, चिकित्सालय मे अधिकारियों व डॉक्टरों की चलती है तानाशाही
👉 किसी जगह पर लेते हैं एक आदमी से मनमाना काम और किसी जगह पर एक ही काम को 4 आदमी से लगाकर कराते हैं काम ।
👉 सरकारी सिस्टम को लगाते हैं चूना ,रेलवे के कुछ अधिकारी बने हैं तानाशाह , लोगों को डी-कैैैटराइज कर मोटी रकम लेेेने का चल रहा धंंधा ।
प्रयागराज । रेलवे चिकित्सालय प्रयागराज केंद्रीय चिकित्सालय के मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में तैनात सीनियर डीपीओ राजेश कुमार शर्मा ने अपनी तानाशाही को बरकरार रखते हुए केंद्रीय चिकित्सालय में मनमानी तरह से फरमान जारी करते हैं ।
बता दें कि कुछ दिनों पूर्व रिशिका सिंह कार्यालय अधीक्षक का ट्रांसफर पर्सनल डिपार्टमेंट से केंद्रीय चिकित्सालय में अपनी इज्जत बचाने के लिए कर दिया था उसको जब अस्पताल में पोस्टिंग की और सीनियर डीपीओ के जब काले कारनामे खुलने लगे तो यहां से भी उसको चंडीगढ़ ट्रांसफर कर दिया गया है और उसके स्थान पर उसके कार्य को निपटाने के लिए तीन मिनिस्ट्रियल स्टाफ को लगाया गया है और एक अतिरिक्त हनुमान प्रसाद पहले से ही तैयार तैनात है ।
मजेदार बात तो यह है कि जिस काम को रिशिका सिंह से अकेले कराया जाता था और वह अकेले करती भीी थी और अब उसके हटने के बाद, उसी काम को निपटाने के लिए चार -चार लोगों को लगाया गया है । यह रेलवे के सिस्टम को चूना लगाने का कार्य है और रेलवे के काम को अपने घर की खेती समझकर मनमानी तरीके से अधिकारी कार्य करते हैं । यह लोग अपने पद का दुरुपयोग करके तानाशाही रवैया बरकरार रखे हुए हैं ।
शायद यह मामला डीआरएम के संज्ञान मे नहीं है इसीलिए इस तरह के तमाम तानाशाही वाले काम हो रहे है । कुछ अधिकारी काले कारनामों को अंजाम देते हैं इन सब कारनामों से भी डीआरएम और जीएम की बदनामी होती है और यह अधिकारी तानाशाही रवैया से कर्मचारियों का शोषण करते हैं । अब देखना यह है कि उच्च अधिकारी इन मामलो में संज्ञान लेते हैं या फिर सब कुछ ऐसे ही चलता रहेगा यह जांच का विषय है ।
अमरनाथ झा पत्रकार – मो0 – 8318977396