प्रयागराज शिक्षा निदेशालय में भीषण आग, संवेदनशील दस्तावेज खाक,
👉 कमरा नंबर 14 और 15 में फैली आग से संवेदनशील फाइलें जलकर राख।
👉 टीचर भर्ती, फर्जीवाड़ा जांच और वित्तीय लेनदेन से जुड़े दस्तावेज खाक,फायर फाइटर्स को करंट लगने से मची अफरातफरी।
👉 चार घंटे की मशक्कत के बाद आग पर पाया गया काबू।
प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए, साजिश की भी आशंका।
प्रयागराज । शहर के शिक्षा निदेशालय भवन में रविवार को भीषण आग लग गई। आग निदेशालय के ग्राउंड फ्लोर स्थित कमरा नंबर 14 और 15 में लगी, जहां प्रदेश के नौ मंडलों से जुड़े एडेड स्कूलों के रजिस्ट्रेशन, शिक्षक भर्ती, फर्जीवाड़े की जांच, ट्रांसफर और वित्तीय लेनदेन से संबंधित महत्वपूर्ण फाइलें रखी गई थीं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग लगने के बाद कार्यालय परिसर में अफरा-तफरी मच गई। दमकल विभाग की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। फायर फाइटर्स को आग बुझाते समय करंट लगने की भी घटनाएं सामने आईं, जिससे बचाव कार्य में काफी बाधा आई। फायर कर्मियों का कहना है कि आग लगने के समय इन्वर्टर चालू था, जिससे करंट फैलने की आशंका बढ़ गई थी।
फाइलों के कागज तेजी से जलने के कारण आग ने कुछ ही मिनटों में विकराल रूप धारण कर लिया। दमकल कर्मियों को आग पर काबू पाने में चार घंटे से अधिक का समय लगा। शुरुआती जांच में शॉर्ट सर्किट को आग लगने का संभावित कारण माना जा रहा है, हालांकि प्रशासन ने मामले की विस्तृत जांच के आदेश दे दिए हैं।
सूत्रों के मुताबिक, जिन कमरों में आग लगी थी, वहां वर्षों से लंबित शिक्षक भर्तियों, भर्ती घोटालों और वित्तीय अनियमितताओं से जुड़े रिकॉर्ड सुरक्षित रखे गए थे। इन फाइलों के जलने से कई महत्वपूर्ण जांच प्रभावित हो सकती हैं।
अधिकारियों ने फिलहाल नुकसान के सही आकलन और बची हुई फाइलों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। वहीं, घटना ने शिक्षा विभाग की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर भी बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं।