कौशांबी बौद्ध स्थल सौंदर्यीकरण का कार्य शुरू, 80 करोड़ के प्रोजेक्ट पर काम जारी,गौतम बुद्ध की तपोस्थली को मिलेगी नई पहचान, 2025 तक पूरा होगा कार्य

👉 गौतम बुद्ध की तपोस्थली को मिलेगा नया रूप, पर्यटन को बढ़ावा पार्क, गार्डन और बुद्ध प्रतिमा स्थापित करने का कार्य प्रगति पर
👉 श्रीलंका, कंबोडिया और थाईलैंड की सरकारें भी करा रही बौद्ध मंदिर निर्माण , 2025 के अंत तक पूरा होगा प्रोजेक्ट, प्रशासन ने दिए निर्देश
कौशांबी । गौतम बुद्ध की तपोस्थली के रूप में प्रसिद्ध कौशांबी को विश्व स्तर पर अलग पहचान प्राप्त है। यहां जैन और बौद्ध स्थलों से न केवल भारत बल्कि कंबोडिया, थाईलैंड, श्रीलंका समेत कई देशों के श्रद्धालु जुड़े हुए हैं। ऐतिहासिक कोसम ईनाम में भगवान गौतम बुद्ध ने चातुर्मास किया था और घोषित राम विहार में रहकर सत्य और अहिंसा का उपदेश दिया था। मान्यता है कि जब तक बौद्ध अनुयायी इस स्थान की यात्रा नहीं करते, उनकी तीर्थयात्रा अधूरी मानी जाती है।
इस ऐतिहासिक स्थल के सौंदर्यीकरण को लेकर कौशांबी प्रशासन लंबे समय से प्रयासरत था। शासन को भेजे गए प्रस्ताव को स्वीकृति मिलने के बाद 80 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो चुका है। इस परियोजना के तहत गौतम बुद्ध की प्रतिमा स्थापित की जाएगी, पार्क और गार्डन विकसित किए जाएंगे, जिसमें पर्यटन से जुड़ी जानकारियां भी उपलब्ध रहेंगी।
इस महत्वाकांक्षी परियोजना पर पिछले 3-4 महीने से कार्य प्रगति पर है और इसे 2025 के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। कार्यदायी संस्था UPCL (Uttar Pradesh Projects Corporation Limited) इस कार्य को अंजाम दे रही है।
गौरतलब है कि श्रीलंका और कंबोडिया की सरकारों ने कौशांबी में बौद्ध मंदिरों का निर्माण कराया है, जबकि थाईलैंड सरकार भी एक नया बौद्ध मंदिर बनवा रही है। इससे यह स्थल और अधिक धार्मिक और पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित होगा, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी लोकप्रियता में वृद्धि होगी।
जिलाधिकारी कौशांबी, मधुसूदन हुल्गी ने बताया कि:
“यह सौंदर्यीकरण परियोजना न केवल कौशांबी के पर्यटन को बढ़ावा देगी, बल्कि यह भगवान गौतम बुद्ध की तपोस्थली को वैश्विक स्तर पर नई पहचान दिलाने में मदद करेगी। प्रशासन इस कार्य को समय से पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।”
अमरनाथ झा पत्रकार …9415254416