कौशांबी में शत्रु संपत्ति और भूदान समिति की जमीनों में बड़ा घोटाला,सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत से करोड़ों की भूमि का अवैध हस्तांतरण

रिपोर्ट – अमरनाथ झा (9415254415)
👉 शत्रु संपत्ति पर अवैध कब्जा, करोड़ों में बेची गई जमीनें, चायल तहसील के चिल्ला गांव में कब्रिस्तान और शत्रु संपत्ति पर अतिक्रमण
👉 कोखराज में 25 बीघा शत्रु संपत्ति पर अवैध कब्जा, निष्पक्ष जांच और सख्त कार्रवाई की मांग, राजस्व रिकॉर्ड का डिजिटलीकरण जरूरी
👉 भूदान समिति की जमीनें अपात्र लोगों को आवंटित, फर्जी दस्तावेजों से बिक्री ,भूदान जमीनों को अवैध तरीके से भूमिधरी करा कर हुई बिक्री,भेलखा ,बबुरा ,भैला में कब होगी जांच …
👉 जिले में नहीं है भूदान समिति की जमीनों का कोई रिकॉर्ड आखिर क्यों बड़ा सवाल.. अधिकतर गांवों में है जमीनें ।
👉 यदि फसलों संख्या 1382 से 1384 में जांच की जाएगी तो काफी निकलेगी भूदान समिति की जमीनों जिसमें हुआ है भ्रष्टाचार
कौशांबी । जिले में शत्रु संपत्ति और भूदान यज्ञ समिति की जमीनों को अवैध रूप से हड़पने का बड़ा घोटाला सामने आया है। मंझनपुर, चायल और सिराथू तहसीलों में सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत से इन जमीनों का फर्जी तरीके से देकर नियम विरुद्ध हस्तांतरण किया गया, जिससे सरकारी संपत्ति का बड़े पैमाने पर दुरुपयोग हुआ है । सदर तहसील के भेलखा,बबुरा और भैला मे जांच कराकर कार्यवाही की मांग हमेशा उठती रही है ।
भूदान समिति की जमीनों में घोटाला
भूदान यज्ञ समिति की जमीनें गरीबों और भूमिहीन किसानों के कल्याण के लिए थीं, लेकिन इन्हें अपात्र व्यक्तियों को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर आवंटित कर दिया गया। कई मामलों में इन जमीनों को खतौनी में दर्ज कर ऊंचे दामों पर बेच दिया गया। मंझनपुर तहसील के भेलखा, पाता, बबुरा, भैला और सिराथू और चायल क्षेत्र में बड़े पैमाने पर इस तरह की गड़बड़ी हुई है।
शत्रु संपत्ति में अनियमितता
पाकिस्तान गए लोगों की संपत्तियों को सरकारी अधिग्रहण में लिया जाना था, लेकिन राजस्व विभाग की मिलीभगत से ये जमीनें अन्य व्यक्तियों के नाम खतौनी में दर्ज कर दी गईं और बाद में करोड़ों रुपये में बेच दी गईं। कोखराज गांव में लगभग 25 बीघा शत्रु संपत्ति पर अवैध कब्जा किया गया है। मंझनपुर, चायल और चिल्ला सहबाजी क्षेत्र में भी इसी तरह का घोटाला हुआ है। भरवारी नगर पालिका परिषद में भी काफी जमीन है
चायल तहसील में कब्रिस्तान और शत्रु संपत्ति पर कब्जा
सूत्रों की माने तो चायल तहसील के चिल्ला गांव में पूर्व सांसद विनोद कुमार सोनकर कब्रिस्तान और शत्रु संपत्ति कब्जा कर पिछले 15-20 वर्षों से प्रयोग किया जा रहा है। यहां एक गैस एजेंसी संचालित की जा रही है, जबकि उसके बगल में गांव समाज की भूमि भी मौजूद है। बावजूद इसके, अब तक कोई जांच नहीं हुई और न ही कोई कार्रवाई की गई है इसमें जांच कराने की जरूरत है।
इस घोटाले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। सभी संदेहास्पद भूमि लेन-देन की समीक्षा की जाए और खतौनी एवं भूमि अभिलेखों का डिजिटलीकरण कर पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए ताकि भविष्य में इस तरह की अनियमितताओं को रोका जा सके।