एअरपोर्ट थाने में फैला भ्रष्टाचार, लुटेरों के हाथ में है थाने की कमान , सिपाही से दरोगा और इंस्पेक्टर तक जनता की लूट मे है शामिल , जिम्मेदार आंख मूंदकर बैठे
👉 एयरपोर्ट थाना बना वसूली का अड्डा, निर्दोषों पर पुलिस की मनमानी । बिना पैसे के नहीं होता कोई भी काम ।
👉 पुलिस करती है बीएनएसएस की धारा 35 क्लाज ई का उल्लंघन ,कई दिनों से थाने में है बैठाया ,35 हजार छोड़ने की किया मांग ।
👉 खबर चलने के बाद भी अड़ियल सिपाही राशिद ने लिया छोड़ने का ठेका,35 हजार रात में 11 बजे पीड़ित से मंगवाया,बाद में सुबह छोड़ने का दिया आश्वासन
👉 अंशू के पिता को दरोगा और सिपाही ने दिया गाली और डांट कर भगाया , एयरपोर्ट थाना है या लूट का अड्डा,दलितोंका होता है शोषण
प्रयागराज । जिले के थाना एयरपोर्ट पुलिस पर अवैध वसूली और निर्दोषों को फंसाने के गंभीर आरोप थमने का नाम नहीं ले रहा है । दरोगा पंकज सिंह और ताहिर हुसैन पर लोगों को घर से उठा कर झूठे मुकदमों में फंसाने और पैसे लेकर छोड़ने का आरोप लगते रहे हैं । इसी तरह भागवतपुर के अंशु सरोज को पुलिस ने घर से उठाकर थाने में 3 दिन से बंद कर दिया और कई दिनों तक अवैध रूप से हिरासत में रखा है । पुलिस गिरफ्तारी करते समय किसी के मामले में भी BNSS की धारा 35- E और मानवाधिकार का भी पालन नहीं करती है ।
थाने में तैनात सिपाहियों राशिद, रियाज और अर्पित पर भी पैसे की डीलिंग में शामिल होने के आरोप हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार, पुलिस बीएनएस की धारा 35 ई का पालन नहीं करती और मनमानी कार्रवाई करती है।
बता दें कि इसी तरह 1 दिसंबर 2023 को भीखमपुर मेडवारा की सीमा देवी के घर हुई 8.55 लाख रुपये और जेवर की चोरी का खुलासा अब तक नहीं हुआ है। पीड़िता की तहरीर बदलवाकर मनगढ़ंत तरीके से लिखवाकर आरोपियों को पकड़ने और मोटी रकम लेकर छोड़ने का आरोप है।
सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने तीन लड़कों को मोबाइल चोरी के आरोप में थाने में बंद कर रखा है और उन्हें फर्जी मुकदमे में फंसाने की तैयारी है। अंशु सरोज के मामले में भी बिना जांच के उसे कई दिनों तक हिरासत में रखा गया। क्षेत्रीय लोगों ने इन मामलों की निष्पक्ष जांच की मांग की है। थाने में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच से मामले का खुलासा होने की उम्मीद है। मानवाधिकारों का खुलेआम उल्लंघन करते हुए एयरपोर्ट थाना अवैध वसूली और दलाली का अड्डा बन चुका है। इनके काल डिटेल निकालकर जांच होनी चाहिए।
बता दे की अंशु के पिता से राशिद शिपाही ने रात 11 बजे दलाल के माध्यम से 35000 की डिमांड किया । पीड़िने जब रात में पैसे लेकर गया और दिया तो खबर का हवाला दे करके सिपाही ने सुबह छोडने का आश्वासन दिया है । इस एयरपोर्ट थाने में इंस्पेक्टर से लेकर दरोगा पंकज सिंह और ताहिर हुसैन तथा सिपाही राशिद , आदि का सौदेबाजी करने के तरीके भी अलग-अलग हैं। इस थाने की तरफ एसीपी और पुलिस कमिश्नर की भी नजर नहीं जाती है, शायद यही वजह है कि यह थाना खुलेआम लूट का अड्डा बना हुआ है । कहीं ऐसा तो नहीं इस लूट की कमाई का धन नीचे से लेकर ऊपर तक अधिकारियों तक पहुंच रहा हो, इसीलिए भ्रष्टाचार खुलेआम व्याप्त है । अब देखना है कि एयरपोर्ट थाना में सिपाही, दरोगा और इंस्पेक्टर के कारनामों की जांच होती है या नहीं और गिरफ्तारी के मामले BNSS की धारा 35 क्लाज ई का पालन किया गया है या नहीं । फिलहाल सीसीटीवी कैमरे के फुटेज से बहुत कुछ हासिल हो सकता है या फिर अंधेर नगरी चौपट राजा की तरह सबकुछ ऐसे ही चलता रहेगा ,यह एक बड़ा सवाल है ।
अमरनाथ झा पत्रकार …..8318977396