सामुदायिक भवन में रहते हुए अवर अभियंता ने डकारा तीन साल का आवासीय भत्ता,दो लोगों को संविदा आऊट सोर्सिग में रखवाने का आरोप
👉 नगर पालिका परिषद मंझनपुर जे0ई पर लगे आरोप ,आवासीय भत्ते का लाभ लेने को लेकर आईजीआरएस में हुई शिकायत
कौशांबी । नगर पालिका परिषद मंझनपुर में तैनात अवर अभियंता (जे0ई ) ओमकार पटेल पर तीन साल तक सामुदायिक भवन में निवास करते हुए आवासीय भत्ते का अनुचित लाभ उठाने का आरोप है। शिकायतकर्ता सुभाष कुमार पांडेय ने 4 सितंबर 2024 को आईजीआरएस पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई, जिसमें यह कहा गया कि ओमकार पटेल ने मार्च 2021 से मार्च 2024 तक सामुदायिक भवन में रहते हुए आवासीय भत्ता लिया।
जांच में यह खुलासा हुआ कि पटेल ने उक्त अवधि में वीरांगना दुर्गा भाभी वार्ड के सामुदायिक भवन में निवास किया और ₹50,000 की राशि केवल शिकायत दर्ज होने के बाद अप्रैल 2024 में राज्य वित्त खाते में जमा की। पटेल ने दावा किया कि यह “लिपिकीय त्रुटि” के कारण हुआ और शेष धनराशि गणना के बाद जमा की जाएगी। इसके साथ ही, शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया कि पटेल ने अपने गांव के दो व्यक्तियों—सीत कुमार और प्रदीप कुमार—को आउटसोर्सिंग के माध्यम से नगर पालिका परिषद में नियुक्त कराया और उनसे अपने निजी कार्य करवाए। जांच में दोनों की नियुक्ति की पुष्टि हुई, जो अवर अभियंता के गांव के निवासी और बिरादरी के हैं।
शिकायत में उल्लिखित आरोप सही पाए गए और जांच आख्या विभाग को अग्रेषित की गई। सवाल यह भी उठता है कि यदि गहन जांच की जाए तो जिले में इस तरह की अनियमितताओं में और भी अधिकारी एवं कर्मचारी फंस सकते हैं। शिकायतकर्ता का कहना है कि तीन वर्षों तक आवासीय भत्ता लेकर सरकार को चूना लगाया गया। हालांकि अभियंता ने अप्रैल 2024 से भत्ते की कटौती शुरू कर दी है, लेकिन लिपिकीय त्रुटि का तर्क संतोषजनक नहीं है। मामले में ठोस कार्रवाई की मांग की जा रही है।