आखिर कहाँ गायब हो गया रहीम, धरती निगल गई या आसमान, परिजन हैं परेशान, पुलिस की कार्रवाई पर सवाल
👉 दो सप्ताह पहले रहीम को ढूंढने गई थी पुलिस अजमेर , बैरंग लौटी पुलिस वापस ,दरोगा चंद्रबली सरोज की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल ।
कौशांबी । जिले के बघेलापुर निवासी रहीम (पुत्र सईद अहमद) का लगभग एक माह पहले समदा से अपहरण हो गया था, लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं मिल सका है। परिजन बेहाल हैं और पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठा रहे हैं। कोखराज थाने में इस मामले को लेकर 12 सितंबर 2024 को मुकदमा संख्या 300/2024 दर्ज हुआ था, जिसमें 7 नामजद आरोपी हैं। इनमें से एक सिहोरी, एक कुंडा और बाकी सभी गाँव के निवासी बताए जा रहे हैं।
पुलिस द्वारा की गई जांच के बावजूद, अब तक रहीम के बारे में कोई ठोस जानकारी सामने नहीं आई है। परिजनों के अनुसार, पुलिस इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है, जिससे उनका दुख और बढ़ गया है। मामले की जांच के सिलसिले में पुलिस टीम अजमेर भी गई थी, लेकिन खाली हाथ लौट आई। जांच दल में शामिल दरोगा चंद्रबली सरोज ने परिजनों से केस वापस लेने की सलाह दी, जिससे उनका गुस्सा और चिंता और बढ़ गई है।
20 दिन पहले पुलिस लौटी खाली हाथ …
करीब 20 दिन पहले, दरोगा चंद्रबली सरोज के नेतृत्व में पुलिस टीम अजमेर गई थी, लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी। रहीम के परिवारवालों को उम्मीद थी कि पुलिस कुछ सुराग लेकर लौटेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब परिजन सवाल उठा रहे हैं कि आखिर पुलिस क्या कर रही है । इस घटना से ग्रामीणों में भी आक्रोश बढ़ रहा है और उन्होंने पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। परिजनों का आरोप है कि मामले में नामजद आरोपियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है, जिससे उनकी मुश्किलें और बढ़ रही हैं।
आखिर रहीम को धरती निगल गई या आसमान खा गया? इलाके में बना चर्चा का विषय। वही परिजनों को धमकी भी दी जा रही है। इस मामले में जब थाना प्रभारी कोखराज से बात हुई तो उन्होंने कहा कि मुकदमा दर्ज है तलासने का प्रयास किया जा रहा है ।