बिना रवन्ना और रॉयल्टी के जिले में जगह-जगह डंप है सैकड़ो ट्रक बालू,कब होगी अवैध डंप बालू माफियाओं की जांच कर कार्यवाही
👉 जहां देखो वही अवैध तरीके से डंप है सैकड़ो ट्रक बालू , जांच का विषय , मानक विहीन डंप है चायल तहसील क्षेत्र मे बालू ।
कौशांबी। खनन विभाग के अधिकारियों के मेहरबानी से बरसात होने के पूर्व यमुना नदी से जेसीबी मशीन और पोकलैंड मशीन लगाकर बड़ी तादाद में अवैध बालू का खनन किया गया है। जिले के विभिन्न क्षेत्र में जगह – जगह पर बालू के बड़े – बड़े डंप लगे हैं। बताया जाता है कि बालू के बड़े – बड़े भंडारण में रॉयल्टी अदाकर रवन्ना का प्रयोग नहीं किया गया है। इस बात की जानकारी विभाग के अफसर को है, लेकिन उसके बाद भी अवैध तरीके से डंप बालू को सीज करके बालू माफियाओं पर कार्यवाही नहीं की गई है। इस अवैध डंप से बालू लोडिंग कर बिक्री जारी है।
बताया जाता है कि यमुना नदी के लोधौर पुलिस चौकी अंतर्गत कई गांव में बालू के कई बड़े – बड़े डंप है। इसी के साथ – साथ तिल्हापुर पुलिस चौकी क्षेत्र में भी बालू के कई बड़े – बड़े अवैध डंप है। महेवा घाट थाना क्षेत्र से लेकर टिकरा हिनौता के आसपास भी बालू के कई बड़े – बड़े डंप है। पभोषा बालू घाट और उसके आसपास कटरी देढावल आदि क्षेत्रों में भी बालू के बड़े – बड़े कई डंप माफियाओं ने लगाए हैं, जिन पर अभी तक खनन अधिकारी ने कार्रवाई नहीं की है जिससे उनकी साठगांठ से इनकार नहीं किया जा सकता है।
चायल तहसील क्षेत्र के नेवादा ब्लाक इलाके में तथा मनौरी में हजारों ट्रक बालू अवैध तरीके से डंप किया गया है। बालू डंप करने के बाद महंगे दाम में मनमाना रेट में इसका विक्रय हो रहा है। बालू डंप करने वालों के पास वैध कागजात नही है और न ही तहसील प्रशासन से अनुमति प्राप्त है फिर भी अवैध तरीके से भारी मात्रा में बालू का भंडारण किए हैं। बालू के अवैध भंडारण से क्षेत्रीय पुलिस और तहसील के अधिकारियों के ऊपर लोगों के द्वारा गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं। अवैध तरीके से बालू डंप करने वाले लोग एक तरफ लोगों को लूट रहे हैं दूसरी तरफ राजस्व विभाग को भी हानि पहुंचा रहे हैं।