रेप के मुकदमा से त्रस्त पीड़ित ने ट्रेन के आगे छलांग लगाकर मौत को लगाया गले,मृतक के जेब मे मिला सुसाइड नोट, मौत का कारण पुलिसिया उत्पीड़न
👉 मृतक के पिता को चौकी पुलिस ने 2 दिन तक था बैठाया, डिमांड न पूरी होने पर लिखा रेप का मुकदमा ।
👉 परिजनों ने उल्टा पुलिस अधीक्षक को दी लिखित तहरीर ,लगाई गुहार । पुलिस की भूमिका पर उठ रहे सवाल ।
👉 थाना सराय अकिल में नही होती है दलितों की सुनाई ,दलालों के इसरे पर होता है सारा काम ,सिर्फ वसूली में जुटी है सराय पुलिस
कौशांबी । सराय अकिल थाना क्षेत्र की एक युवती द्वारा रेप का आरोप लगाए जाने के बाद थाना पुलिस की सौदेबाजी शुरू हुई थी । युवक हंसराज सरोज पुलिस की डिमांड पूरी नही कर सका जिस पर उसके विरुद्ध पुलिस ने मुकदमा लिख दिया है । मुकदमा लिखा जाने के बाद युवक ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए सुसाइड नोट लिखकर कोखराज थाना क्षेत्र के भरवारी आकर ट्रेन के आगे छलांग लगा दी है जिससे उसकी मौत हो गई है । ट्रेन के लोको पायलट ने घटना की सूचना आरपीएफ को दी,सूचना पर आरपीएफ और भरवारी चौकी पुलिस पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है । युवक के जेब से मिले सुसाइड नोट से उसकी शिनाख्त सराय अकिल थाना क्षेत्र के मुस्तफाबाद निवासी हंसराज पुत्र दिनई पासी के रूप में हुई है।
सुसाइड नोट से जानकारी मिली कि मृतक हंसराज पर गांव की ही किसी युवती ने रेप का आरोप लगाया था और सराय अकिल थाना पुलिस उससे रूपयो की डिमांड कर रही थी,रुपए नही देने पर पुलिस ने हंसराज पर रेप का मुकदमा दर्ज कर लिया था । मुकदमा लिखे जाने की जानकारी जैसे ही हंसराज को हुई वह घर से फरार हो गया और आहत होकर भरवारी रेलबे स्टेशन पहुँचा और ट्रेन के आगे कूद गया जिसमे उसकी दर्दनाक मौत हो गई । मौके पर पहुंची भरवारी चौकी पुलिस ने मृतक के परिजनों को इसकी सूचना दी और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया ।
वहीं युवती के परिजनों ने शनिवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर जान गवाने वाले युवक के परिजनों के विरुद्ध लिखित तहरीर देकर उल्टा ही अपने जान की सुरक्षा की गुहार लगाई है । उसने लिखित तहरीर देकर बताया कि मृतक के परिजनों ने 18 अप्रैल 2024 को शाम के समय लगभग 7 बजे छोटई पुत्र भगवत, राम लौटन पुत्र बहिरा, कुल्लू, राजकुमार और 20-25 लोग अज्ञात अपने अपने हाथों में लाठी डंडा, कुल्हाड़ी,फरसा और राड लेकर युवती के घर पहुंच कर गाली गलौज करते हुए घर के अंदर घुस कर मारपीट करने लगे । लज्जा भंग करने की नियत से महिलाओं के कपड़े फाड़ डाला और लूट पाट कर घर का कीमती सामान उठा ले गए । पीड़ित ने मृतक हंसराज के परिजनों पर आरोप लगाया कि उन लोगो डर के कारण रिस्तेदारो के यहां शरण लिया है।
अब सवाल यह उठता है कि जिसके घर में ट्रेन के आगे कोई युवक छलांग लगाकर आत्महत्या कर लेता है तो वह पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार ना कर कर किसी के घर में चढ़ाई कैसे कर सकता है । यह एक बहुत बड़ा जांच का विषय है , यदि सही से जांच किया जाए तो मुकदमा दर्ज कराने वालों की विरुद्ध भी मुकदमा दर्ज किया जा सकता है।