सांसद विनोद सोनकर के कारनामों से नाराज है जिले की जनता , प्लाटिंग करवा दी दुर्गा देवी स्कूल ओसा की जमीन, पासी समाज की नाराजगी चुनाव में पड़ेगी भारी, सत्ता का घमंड करेगा विनाश
👉 दुर्गा देवी रुरल एंड डेवलपमेंट सोसाइटी पर सांसद परिवार का कब्जा ,परिवार रिश्तेदार समेत 7 लोग ही है सदस्य और पदाधिकारी।
👉 सांसद को समिति के प्रस्ताव के मुताबिक 16/04/2022 को नाम चढ़ा , 27/03/2021 को नवीनीकरण करवाया ,और इसमें विकाश सोनकर आडीटर को बेचने का अधिकार दिया गया है प्रबंधक द्वारा ।
👉 सांसद से जहां ब्राह्मण समाज नाराज है तो वहीं पासी समाज भी है नाराज ,जमकर करेगा विरोध । साढ़े चार लाख से ज्यादा है पासी समाज मतदाता।
कौशांबी क्षेत्र की जनता ने 10 वर्षों तक लगातार कौशांबी से विनोद सोनकर को प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया लेकिन गांव क्षेत्र में विकास नहीं हो सके हैं । आम जनता को न्याय नहीं मिल सका भ्रष्टाचार चरम पर है, अधिकारियों की बल्ले बल्ले हैं ,न्याय और योजनाओं का लाभ पाने के लिए जनता परेशान है । दर-दर पर जनता का उत्पीड़न हो रहा है लेकिन कहीं भी कानून का राज नहीं स्थापित हो सका है । जिससे जनता विनोद सोनकर से इस तरह से नाराज है की इनका विरोध खुलेआम ही रहा है । वर्तमान सांसद विनोद सोनकर पर एक तरफ सवर्ण समुदाय के लोगों पर जातिगत टिप्पणी करने के बाद जहां जबरदस्त आक्रोश दिखाई पड़ रहा है तो पासी समाज इनके खिलाफ बगावत करने को तैयार है ।
बता दें कि दुर्गा देवी इंटर कॉलेज ओसा की कई करोड़ की संपत्ति में कब्जा कर प्लाटिंग किए जाने के बाद शिक्षकों से लेकर छात्र-छात्राओं और जनता में जबरदस्त आक्रोश दिखाई पड़ रहा है । दुर्गा देवी इंटर कालेज की जमीन आराजी नंबर 6 क , 10 क सहित कई अराजियो को बेचकर प्लाटिंग की गई है। मजेदार बात तो यह है की ब्लैक मनी को व्हाइट मनी करने के लिए अपने ही करीबियों के नाम जमीन बेचवाने की चर्चा सरेआम है । जमीन खरीदने वाले रामभान मौर्य,भूपेंद्र सिंह , पंकज त्रिपाठी ,अरबिंद कुमार व पंकज आदि लोग सांसद के करीबी बताए जा रहे हैं। जबकि संस्था की जमीन को बिना जिला जज के परमीशन लिए नही बेचने का भी नियम बताया जा रहा है ।
सत्ता के मद में चूर भाजपा सांसद विनोद सोनकर अपने को किसी बाहुबली से कम नहीं समझते है ,इस तरह में यदि विनोद सोनकर को भाजपा से लोकसभा टिकट देकर के लोकसभा प्रत्याशी बनाया गया तो क्या भाजपा की राह आसान होगी जनता 10 वर्षों का हिसाब करने के मूड में दिखाई पड़ रही है।
सांसद बनने के बाद सत्ता के मद में चूर विनोद सोनकर ने बल्लभ राम शालिग्राम मेहता अस्पताल भरवारी की कई करोड़ कीमत की संपत्ति पर कब्जा कर लिया था जिससे जिले के लोगों में सांसद के प्रति जबरदस्त आक्रोश है । आने वाले लोकसभा चुनाव में सांसद विनोद सोनकर को कौशांबी की जनता जवाब देने की पूरी रणनीति बना चुकी है । अपने ही पार्टी के विधायकों का पर्दे की ओट से विरोध करने का आरोप भी सांसद विनोद सोनकर पर बराबर लगता रहा है । विधायक के चुनाव में जब सम्भावित प्रत्याशियों का इन्होंने विरोध किया तो कुछ प्रत्याशियों को टिकट ही नहीं मिला तो कुछ प्रत्याशी को टिकट मिला तो वह चुनाव हार गए । यहां कलंक सांसद विनोद सोनकर पर चमक रहा है और लोकसभा चुनाव में इसका खामियाजा इनको भुगतना पड़ेगा । अब इस स्थिति में भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने विनोद सोनकर को कौशांबी लोकसभा सीट से प्रत्याशी घोषित किया तो उनके विरोधी मुखर होकर विरोध करेंगे तो भाजपा की राह कठिन होगी । इतना ही नहीं ब्लॉक प्रमुख चुनाव में भी भाजपा के कद्दावर नेताओं को किनारे करने के बाद दूसरे दल के नेताओं को टिकट देकर उन्हें ब्लॉक प्रमुख का चुनाव लड़ाया गया दूसरे दल से आए ब्लॉक प्रमुख के दावेदार योगी मोदी के नाम पर चुनाव जीतकर कुर्सी पर काबिज तो हो गए लेकिन आम जनता के बीच उनकी पकड़ नहीं बन सकी है । जिन लोगों का ब्लाक प्रमुख के चुनाव में टिकट काटा गया है वह मौके के इंतजार में है, नगर पालिका के चुनाव में भी बाहरी लोगों को वरीयता दी गई है ।
जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी बचाने के लिए जिस तरह से जिला पंचायत सदस्यों पर सांसद और उनके लोगों ने अत्याचार किया है, बिना किसी अदालत के निर्णय के जिला पंचायत सदस्यों के घर बुलडोजर लगाकर ध्वस्त कराए गए हैं । निर्दोष जिला पंचायत सदस्यों पर मुकदमे लिखाए गए हैं, जिसका खामियाजा भी बीते दिनों देखने को मिल चुका है । भरे मंच पर सांसद विनोद सोनकर को लोगों ने भला बुरा कहा है, उन्हें कार्यक्रम छोड़कर बीच में चले जाना पड़ा है । सत्ता के मद में चूर सांसद विनोद सोनकर के कारनामे के चलते जिला पंचायत सदस्य भी लोकसभा चुनाव में इनसे हिसाब करने को तैयार हैं ।