भूमाफियाओं पर प्रशासन कब करेगा कार्रवाई, अधिकारियों के मिली भगत से हो रहा है खेल, कृषि जमीनों को खरीद कर हो रही है प्लाटिंग, करोड़ो की हो रही राजस्व क्षति
👉 भूमाफिया का खेल: प्रशासन फेल,बिना परमीशन नहर में बना रहा पुल विभाग मौन, विनीयमित क्षेत्र अधिकारी से नही लिया परमीशन,कृषि में बैनामा कराकर कर रहा है प्लाटिंग ।
कौशाम्बी । कौशांबी जनपद के जिलें में एक भूमाफिया की बल्ले-बल्लें है,उसके खेल के आगे जिला प्रशासन पूरी तरह से फेल हो चुका है। बतां दें कि उक्त भूमाफिया ने समदा निवासी दो भाइयो की भूमि को खरीदा। जिसमें एक भाई के हिस्से की भूमि को पहले कृषि में रजिस्ट्री कराकर उसे प्लाटिंग कर दिया है । दोबारा उसी भूमि को उक्त भूमाफिया नें दूसरे भाई से भी मंझनपुर के सब रजिस्ट्रार से मिलीभगत करके कृषि में बैनामा कराकर प्लाटिंग कर बेच रहा है। जबकि सब रजिस्ट्रार को नियमतः शेष भूमि को कृषि में बैनामा नही करना चाहिये,क्यो कि उक्त भूमि कार्मशियल हो चुकी थी। यही नही भूमाफिया ने रामपुर बसोहरा गांव वर्तमान में नगर पालिका का अटल बिहारी नगर में भरवारी निवासी दो भाइयो एक बीधा भूमि खरीदी है तथा तीसरे ही दिन उसमें एक प्लाट बेच दिया है ।
वर्तमान में उसी भूमि पर प्लाटिंग करने की नीयत से नहर में बिना किसी परिमीशन के पुल निर्माण के लिये शनिवार को नीव खुदवाना शुरू कर दिया। भूमाफिया के द्वारा किये जा रहे अवैध कार्यो की फेहरिस्त बहुत लम्बी है,यदि प्रशासन ने पूरी तरह जांच कराई तो करोडो रूपये का स्टांप कमी के साथ भारी जुर्माना भूमाफिया को जमा करना पड सकता है।
यदि विस्तृत में बात करे तो इन भूमाफिया नें विनियमित क्षेत्र नगर पालिका मंझनपुर के समदा स्थित आराजी गाटा सख्या 25 को जो कि दो भाइयों जमादुल खां व समद खा पुत्रगण जमा खां के हिस्सें में ढेड बीधा रही है।
पहली बात तो यह कि किसान समद खा पुत्र जमा खां निवासी समदा से रकबा ढेड बीधा का 1/2 भाग भूमाफिया नें कृषि में जरिये बैनामा 24-07-2019 से लिया। जिसके बाद भूमाफिया नें विनियमित क्षेंत्र के प्राधिकारी अधिकारी की बिना अनुमति व बिना नक्सा के उक्त आराजी को प्लाटिंग करके फरहत सबा को दिनांक 17-08-2019,महेन्द्र सिंह को दिनांक 01-10-2019,शकुन्तला देबी को 05-10-2019 को, सुप्रिया वर्मा को दिनांक 10-10-2019 को,नम्रता कुशवाहा को दिनांक 15-10-2019 को,उमा वर्मा को दिनांक 15-10-2019 को, धनश्याम बाबू वर्मा को 04-11-2019 को प्लाट की रजिस्ट्री किया।
दूसरी बात यह है कि किसान जमादुल खां पुत्र जमा खां निवासी समदा से रकबा ढेड बीधा का 1/2 भाग दोबारा भूमाफिया नें कृषि में जरिये बैनामा 15-11-2019 को लिया।
तीसरी बात -यह कि जिसके बाद भूमाफिया नें दोबारा भी विनियमित क्षेंत्र के प्राधिकारी अधिकारी की बिना अनुमति व बिना नक्सा के उक्त कृषि भूमि आराजी को प्लाटिंग करके बृजेन्द्र कुमार को दिनांक 03-12-2019 को,चन्द्र कमल गौतम को दिंनांक 11-12-2019 को,संन्दीप कुमार को दिनांक 11-12-2019 को,अस्मिता जेस्टिन को 10-01-2020 को,फरहत सबा को 30-01-2020 को जरिये प्लाट में बैनामा किया।
चौथी बात यह है कि भूमाफिया नें आराजी संख्या 25 को दो हिस्सेदारो पृथक-पृथक दिनांक में कृषि दर पर खरीदकर सरकार के राजस्व को करोडो रूपये का नुकसान पहुचाया है।
पांचवी बात यह है कि भूमाफिया नें आराजी संख्या 25 का 1/2 भाग जब दिनांक 24-07-2019 को समद खा से कृषि में खरीदा और दिनांक 17-08-2019 से 04-11-2019 तक उस आराजी भूमि से सात प्लाट रजिस्ट्री किया।
छठवीं बात यह है कि भूमाफिया नें आराजी संख्या 25 का 1/2 भाग को सब रजिस्ट्रार मंझनपुर से मिलीभगत व साठगाठ से जमादुल खां पुत्र जमा खा निवासी समदा से दोबारा दिनांक 15-11-2019 को कृषि में करा लिया।
सातवीं बात यह है कि भूमाफिया एंव सब रजिस्ट्रार मंझनपुर के इस खेल से सरकार को करोडो रूपयें के राजस्व का भारी नुकसान हुआ है। यही नही इनकी इस कार्य शैली से इनकम टैक्स विभाग को भी क्षति पहुची है।
आठवीं बात यह है कि उक्त भूमाफिया नें सब रजिस्ट्रार मंझनपुर से साठ-गांठ करके आराजी संख्या 25 के अगल-बगल कई बीधे भूमि को कृषि में बैनामा कराने के बाद प्लाटिंग कर लोगो को बेच चुका है,और आस-पास की तमाम जमीनों को कृषि में खरीदकर प्लाट में बेचकर करोडो का मुनाफा कमा कर सरकार के राजस्व की चोरी कर मालामाल होता जा रहा है।
अब देखना है कि जिस प्रकार से भू माफियाओं का खेल जमीनी प्रकरण में हो रहा है , उससे प्रशासन किस तरह से निपटता है यह एक बड़ा सवाल है ।