Fri. Apr 19th, 2024

डीम्ड यूनिवर्सिटी की मान्यता को लेकर उठ रहे सवाल, इसके अंदर व्याप्त है भ्रष्टाचार, मैनर्टी के नाम पर चल रहा विश्वविद्यालय,ले रहे सरकारी सुविधाओं का लाभ, जांच कराने को उठी मांग

सैम हिगिन बाटम यूनिवर्सिटी आफ एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट टेक्नोलॉजी साइंसेज नैनी का सुर्खियों में चल रहा है कारनामा ।

==============≠===================

👉 मैनरटी संस्थान के नाम से चल रहा है विश्वविद्यालय,ले रहा है सुविधाएं, यह जांच का विषय ।
👉 हाल ही में 2 दिन पहले आई थी यूजीसी की टीम नैनी डीम्ड यूनिवर्सिटी करने निरीक्षण ..

👉 डीम्ड यूनिवर्सिटी में फैला है व्यापक तरीके से भ्रष्टाचार, यूजीसी एवं सरकार के मानक पर नहीं चल रहा है यह विश्वविद्यालय.. ।

प्रयागराज के नैनी क्षेत्र में चल रहा सैम हिगिन बाटम यूनिवर्सिटी आफ एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट टेक्नोलॉजी साइंसेज मे वर्षों से गड़बड़ी चल रही है । जिसकी कई बार शिकायत यू0पी गवर्नमेंट सहित यूजीसी एवं भारत सरकार को की गई है लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है ।

सूत्रों की मानें तो इस विश्वविद्यालय वी0सी0 आर0बी लाल लगभग 20 वर्षों से खुद बने हुए हैं और मनमानी तरीके से विश्वविद्यालय को चला रहे हैं जिसमे बहुत सी अनियमितताएं हैं लेकिन यह विश्वविद्यालय के अंदर ही मामला दब कर रह जाता है । कई बार इस विश्वविद्यालय की मान्यता को लेकर भी सवाल उठे हैं जो अपने आप को मैनर्टी बताते हुए तमाम सुविधाएं ले रहे हैं एवं छात्रों का एडमिशन ले रहे हैं । इस मामले में भी कई बार सवाल खड़े किए हैं लेकिन भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के आलम में सब कुछ फाइलों में दब के रह गया है । कई बार तो लोगों ने उच्च न्यायालय मे भी प्रकरण को उठाया है लेकिन कहीं ना कहीं से यूनिवर्सिटी के वी0सी0 कोर्ट को और अधिकारियों को गुमराह करके अपने कारनामों में सफल रहे हैं । कई बार सुर्खियों में डीम्ड यूनिवर्सिटी का मामला उठा है, इस विश्वविद्यालय पर किसका नियंत्रण है, यह भी आज तक संदेह के घेरे में हैं ।

लोगों की माने तो इस विश्वविद्यालय में तमाम लोगों की नियुक्ति पर भी उंगलियां उठ रही है और जो लोग एसोसिएट प्रोफेसर हैं उनकी पीएचडी की डिग्री पर भी संदेह व्यक्त किया गया है । यदि यूजीसी की गाइडलाइन को देखा जाए तो इस विश्वविद्यालय मे व्याप्त तमाम अनियमितताएं और अंदर चल रहे भ्रष्टाचार का खुलासा होना तय है ।

अमरनाथ झा पत्रकार , मो0 – 8318977396

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

मुख्य ख़बरें